रणजी ट्रॉफी क्रिकेट का मैच खेलाने के नाम पर क्रिकेटरों से एक करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले की पड़ताल की जिम्मेदारी हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा पुलिस को दे दी गई है। बता दें कि पहले यह मामला कांगड़ा जिला के हरिपुर पुलिस थाने में दर्ज था, परंतु अदालत के आदेशों के बाद यह मामला कांगड़ा पुलिस थाने में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस बड़ी ठगी में कौन-कौन शामिल हैं और किस प्रकार क्रिकेटरों और उनके अभिभावकों से ठगी की गई। इन सारे मामलों की जांच में कांगड़ा पुलिस जुट गई है।
कई राज्यों के क्रिकेटरों से की गई ठगी
मिली जानकारी के अनुसार इस मामले के तार महाराष्ट्र से जुड़ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की एक महिला के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई क्रिकेटरों के साथ ठगी की गई है। इन क्रिकेटरों से रणजी ट्रॉफी खिलाने के नाम पर मोटी राशि की वसूली की गई, लेकिन इन्हें रणजी में खेलने का मौका नहीं मिला। पुलिस के अनुसार हिमाचल प्रदेश के युवाओं समेत उत्तर प्रदेश पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के युवा खिलाड़ियों को रणजी की टीम में खेलाने का झांसा दिया गया। करीब 15 खिलाड़ियों से धोखाधड़ी हुई है और धोखाधड़ी की रकम एक करोड़ से ज्यादा है। कांगड़ा पुलिस थाना में आइपीसी की धारा 420 व अन्य धाराओं के साथ मामला दर्ज किया गया है।
क्रिकेटरों ने जो पैसे मांगे तो अधिकारी करने लगा आनाकानी
ठगी को लेकर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रानीताल में रहने वाली महिला सपना रंधावा ने पुलिस से शिकायत करते हुए पूरा घटनाक्रम बताया है। उन्होंने पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में कहा है कि महाराष्ट्र के एक शख्स ने युवाओं को रणजी मैच खेलाने का झांसा दिया। उसने बताया महाराष्ट्र का यह व्यक्ति अपने आप को बीसीसीआई का बड़ा अधिकारी बताता है। इसी कारण हिमाचल प्रदेश समेत दूसरे राज्यों के क्रिकेटर भी उसके झांसे में आ गए। उन्होंने बताया कि एक करोड़ से अधिक की राशि 15 खिलाड़ियों ने उस तथा कथित महाराष्ट्र के अधिकारी को दी है। जो खिलाड़ियों को शर्त के अनुसार रणजी ट्रॉफी मैच नहीं खेलने को मिला तो सब ने पैसे वापस करने का उन पर दबाव बनाया। लेकिन उक्त अधिकारी पैसे देने में आनाकानी करने लगा। इसके बाद इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत की गई। बताया जा रहा है कि इस ठगी प्रकरण में आरोपित के साथ तीन अन्य लोग भी शामिल हैं। इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।