देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की चैंपियन महिला मुक्केबाजों, निकहत जरीन, मनीषा मौन और परवीन हुड्डा के साथ बातचीत की। इस दौरान इन महिलाओं ने पीएम से टूर्नामेंट के अपने अनुभव साझा किए। पीएम मोदी ने देश को गौरवान्वित करने के लिए प्रतिष्ठित आयोजन के पदक विजेताओं को बधाई दी।
जरीन में रचा था इतिहास
भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन ने आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 12वें संस्करण में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। इतने बड़े मंच पर टूर्नामेंट के सबसे कठिन मैच के बारे में पूछे जाने पर, निकहत ने कहा, मैच किसी के साथ कठिन या चुनौतीपूर्ण नहीं था लेकिन मैं फाइनल में तनाव में थी क्योंकि हर कोई मुझसे जीतने की उम्मीद कर रहा था। मैं बहुत खुश थी कि मैंने फाइनल जीता।
मनीषा और नवोदित ने जीता था कांस्य पदक
मनीषा मौन और नवोदित परवीन हुड्डा ने क्रमशः 57 किग्रा और 63 किग्रा में कांस्य पदक जीता। पीएम मोदी ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीतने वाली मनीषा मौन को बधाई दी। वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अपने अभियान के बारे में बात करते हुए मनीषा ने कहा, चोट के बाद से मेरे लिए यह कड़ी प्रतिस्पर्धा रही है। अब मुझे और अधिक प्रयास के साथ खुद को सुधारना होगा। कांस्य पदक जीतने वाली परवीन हुड्डा ने कहा, यह मेरी पहली बड़ी प्रतियोगिता थी। मैं यह सोचकर टूर्नामेंट में गई थी कि कुछ भी हो जाए, मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा।
पीएम ने कहा- महिलाओं में भारत को गौरवान्वित किया
बातचीत के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, मुक्केबाज निकहत जरीन, मौन और परवीन हुड्डा से मिलकर खुशी हुई, जिन्होंने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत को गौरवान्वित किया। हमने उनकी जीवन यात्रा और खेल के प्रति उनके जुनून पर उत्कृष्ट बातचीत की। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। भारतीय महिला दल ने इस्तांबुल में दुनिया के सबसे बड़े मुक्केबाजी आयोजन में तीन पदकों के साथ अपने अभियान का समापन किया।