सब-जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप में पश्चिम बंगाल की भागीदारी को लेकर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे रहे हैं। गत शनिवार को रवीन्द्र सरोबर झील में रोइंग के दौरान दो किशोरों की मौत हो गयी थी। उसके बाद कलकत्ता के पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर एसओपी बनने तक रोइंग बंद करने का फैसला लिया गया। इस कारण पश्चिम बंगाल रोइंग एसोसिएशन का प्रशिक्षण अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गया। पूरे बंगाल से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगी प्रशिक्षण लेने केवल रवीन्द्र सरोवर में ही आते हैं। लेकिन रोइंग ट्रेनिंग को अनिश्चित काल के लिए बंद करने के फैसले ने अंडर -15 सब-जूनियर रोइंग प्रतियोगिता में बंगाल के टीम की भागीदारी को लेकर अनिश्चितता पैदा कर दी है।
20 से 26 जून तक होना है राष्ट्रीय चैंपियनशिप
राष्ट्रीय स्तर की यह प्रतियोगिता 20 से 26 जून तक डल झील में होने जा रही है। लेकिन आशंका जताई जा रही है कि ट्रेनिंग के अभाव में पश्चिम बंगाल की टीम वहां नहीं जाएगी। पश्चिम बंगाल रोइंग एसोसिएशन के महासचिव अनिरुद्ध मुखर्जी ने कहा कि पूरे बंगाल में एकमात्र रवींद्र सरोवर में रोइंग प्रशिक्षण का इंफ्रास्ट्रक्चर है। अब प्रतिभागियों के पास ज्यादा समय नहीं है। इसलिए शायद इसलिए वे इस बार हिस्सा नहीं ले सकते।
ताजा हालात से फेडरेशन को कराया अवगत
मामले की सूचना रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अधिकारियों को दे दी गई है। हालांकि, अगर वहां से हरी झंडी भी आती है, तो जगह के अभाव और प्रशिक्षण के लिए समय की कमी के कारण रोइंग प्रतिभागी इस साल हिस्सा नहीं ले पाएंगे। उल्लेखनीय है कि रोइंग प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण करने की अंतिम तिथि पांच जून थी। पश्चिम बंगाल रोइंग एसोसिएशन के अनुरोध पर इसे 12 जून तक बढ़ा दिया गया था। फिर भी, प्रशिक्षण और समय की कमी ने बंगाल की रोइंग टीम के प्रतियोगिता में भाग लेने पर अनिश्चितता पैदा कर दिया है।