Amazing Scooter, Single Wheel, Self Balancing, Different Achievement In Auto Scooter : कहा जाता है कि बुद्धि हो तो एक पेचकस भी बड़े उपकरण का काम कर सकता है। इसकी मिसाल के तौर पर सोशल मीडिया पर इन दिनों सिंगल व्हील स्कूटर बनाकर चलाने वाले एक व्यक्ति के वीडियो को देखा जा सकता है।
वास्तव में साल 2023 में ऑटोमोबाइल सेक्टर में खूब विस्तार देखा जा रहा है, बहुत से लोग गाड़ियां खरीद रहे हैं और पर्सनल ट्रांसपोर्टेशन पर लोगों का भरोसा बढ़ रहा है। आज की दुनिया में अपनी गाड़ी होना लोगों के लिए जरूरी हो गया है। लोग अपनी कार रखना पसंद कर रहे हैं और वह इसी से आने-जाने का काम कर रहे हैं। दफ्तर आना हो, बाजार जाना हो या अपने कारोबार की जगह पर जाना हो, लोगों के पास अगर अपनी गाड़ी होती है तो वह अधिक सुविधा महसूस करते हैं।
सड़क पर इसे चला कर दिखा रहे शिवम
अब आते हैं मुख्य विषय पर। हाल में ही एक इंडियन इन्वेंटर ने सिंगल व्हील स्कूटर (Single Wheel Scooter) बना दिया है। टू व्हीलर बनाने वाली कंपनी वेस्पा की तर्ज पर यह सिंगल व्हील स्कूटर बनाया गया है। सिंगल व्हील स्कूटर बनाकर शिवम मौर्य सड़क पर इसे चला कर दिखा भी रहे हैं।
यूट्यूब पर क्रिएटिव साइंस नाम के एक चैनल ने यह वीडियो अपलोड किया है और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। शिवम मौर्य का क्रिएटिव साइंस नाम का यह यूट्यूब चैनल इस तरह के कई वीडियो बना चुका है और उसे खुद बनाने का पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया गया है। डू इट योरसेल्फ नाम से पहले भी शिवम मौर्य कई सिंगल व्हील बाइक और स्कूटर बना चुके हैं।
शिवम इसके पहले भी बना चुके हैं कई प्रोडक्ट
क्रिएटिव साइंस नाम के इस यूट्यूब चैनल में पहले घर में ड्रोन बनाने और अन्य छोटी-छोटी चीजें बनाने के बारे में भी बताया गया है। शिवम मौर्य नाम के इस व्यक्ति ने इंटरेस्टिंग और इंस्पायरिंग डू इट योरसेल्फ प्रोजेक्ट बनाया है। शिवम मौर्य इससे पहले भी कई ऐसे प्रोडक्ट बना चुके हैं, जिससे सोशल मीडिया पर उन्हें लोगों की काफी वाहवाही मिली है। हाल में ही हाथ से खींचे जाने वाले रिक्शे के लिए उन्होंने एक रोबोट बनाया था, जो इंसानों को बिठा कर उसे आसानी से खींचकर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा देता है। याद कीजिए, अपने पॉकेट मनी से बचाए पैसों से एक मोटर खरीद कर साइकिल में लगाकर सबसे पहले उसे बैटरी से चलाने पर शिवम ने ध्यान दिया था। लोगों ने शिवम मौर्य का काफी मजाक उड़ाया, लेकिन उन्होंने दो महीने की मेहनत के बाद बैटरी से चलने वाली साइकिल बना ली थी। ऐसे युवक के इनोवेटिंग माइंड से और युवाओं को प्रेरित होना चाहिए और सरकार को भी इसे बढ़ावा देना चाहिए।