National news, ISRO news, chandrayan – 3, Bengaluru news, New Delhi news, research and technology : भारत द्वारा चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 रोवर ने चांद की सतह पर ऑक्सीजन की पुष्टि कर दी है। इस पुष्टि के बाद भारतीय वैज्ञानिकों के साथ-साथ दुनिया भर के वैज्ञानिकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस नई जानकारी के बाद इसरो की विज्ञानियों की उम्मीद और बढ़ गई है। रोवर से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक चंद्रमा की सतह पर एल्युमीनियम (Al), सल्फर (S), कैल्शियम (Ca), आयरन (Fe), क्रोमियम (Cr) और टाइटेनियम (Ti) की मौजूदगी भी है। चांद की सतह पर मैंगनीज (Mn) और सिलिकॉन (C) की मौजूदगी का भी पता चला है। ISRO के अनुसार चंद्रमा की सतह पर हाइड्रोजन की मौजूदगी के संबंध में अभी गहन जांच चल रही है। आपको बता दें कि रोवर पर लगे लेजरयुक्त ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी (libs) उपकरण ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्र सतह की मौलिक संरचना पर पहली बार इन-सीटू मूल्यांकन किया। यह भी बता दें कि एलआईबीएस एक वैज्ञानिक तकनीक है, जो सामग्रियों को तीव्र लेजर पल्स के संपर्क में लाकर उनकी संरचना का बारीकी से विश्लेषण करती है। एलआईबीएस पेलोड को इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम (एलईओएस) इसरो बेंगलुरु की प्रयोगशाला में विकसित किया गया है।
Chandrayaan-3 ने जगाईं उम्मीदें : रोवर को चंद्रमा पर ऑक्सीजन की मौजूदगी के पुख्ता प्रमाण मिले, इन चीजों का भी पता चला
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