Science and research, mystery of the sun, NASA mission, mystery of the solar wind : पार्कर सोलर प्रोब अनेक बार सूर्य के निकट से गुजर चुका है। हाल ही में यह सूर्य के साथ सबसे नजदीकी अप्रोच तक पहुंचा है। नासा ने एक वीडियो क्लिप के माध्यम से इसका दृश्य दर्शाया है। पार्कर सोलर प्रोब ने 2018 से सूर्य से डेटा एकत्र किया है और हाल ही में इससे सौर हवाओं के स्रोत का पता लगाया है। यह प्रोब जितना डेटा इकट्ठा किया है, उससे सौर हवाओं के स्रोत की पहचान जाएगी।
2025 तक जारी रहेगा यह अभियान
बता दें कि नासा का पार्कर सोलर प्रोब सूर्य के बारे में जानकारी जुटा रहा है। यह मिशन 2018 से चल रहा है। प्रारंभिक दिनों में सौर गतिविधियों में शांति थी। लेकिन 2019 से सूर्य में हलचल आई है। वैज्ञानिकों के लिए यह रहस्य से कम नहीं है। नासा का यह अभियान 2025 तक जारी रहेगा। पार्कर सोलर प्रोब कई बार सूर्य के नजदीक से गुजरा है। लेकिन इस बार उसने सूर्य के साथ सबसे नजदीकी संपर्क बनाया है। नासा ने एक ट्वीट के माध्यम से इसकी झलक दिखाई है। इसे देखकर ऐसा लगता है कि अंतरिक्ष यान ने सूर्य को लगभग ‘छू’ लिया है। पार्कर सोलर प्रोब द्वारा एकत्र की गये डेटा से सौर हवाओं के स्रोत का पता चला है।
क्या होती है सौर हवाएं
सौर हवाएं क्या हैं? पहले हम उसे समझेंगे। सौर हवाएं सूर्य से निकलकर हर दिशा में बहती हैं। ये हमें बताती हैं कि सूर्य का मैग्नेटिक फ़ील्ड अंतरिक्ष तक कैसे पहुंचता है। सौर हवाएं पृथ्वी पर चलने वाली हवाओं की तुलना में बहुत कम घनत्व रखती हैं, लेकिन इनकी रफ्तार बहुत तेज होती है। सौर हवाएं 20 लाख किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक तेज़ी से बहती हैं। इन्हें इलेक्ट्रॉन और आयोनाइज्ड परमाणुओं से बनाया जाता है, जो सूर्य के मैग्नेटिक फ़ील्ड के साथ मिलते हैं। सौर हवाएं जहां भी बहती हैं, वहां सूर्य का सबसे प्रभावित क्षेत्र होता है।
सौर हवाएं सूर्य के विशेष क्षेत्रों से उत्पन्न होती हैं
पार्कर सोलर प्रोब द्वारा जुटाए गए आंकड़ों से पता चलता है कि सूर्य के विशेष क्षेत्रों से सौर हवाओं का उत्पादन होता है। इस अध्ययन की जानकारी नेचर मैगज़ीन में प्रकाशित की गई है। वैज्ञानिकों के मानने के अनुसार, सौर हवाएं सूर्य के कोरोनल होल्स के एक विशेष स्थान से उत्पन्न होती हैं। इस खोज से वैज्ञानिकों को सौर तूफानों की विश्लेषणा करने में मदद मिल सकती है। सौर तूफानों से संबंधित भविष्यवाणी में भी यह जानकारी महत्वपूर्ण हो सकती है।
दुनिया भर के वैज्ञानिकों की है सूर्य पर नजर
वर्तमान में दुनिया भर के वैज्ञानिकों का ध्यान सूर्य की गतिविधियों पर है, जो इन दिनों अपने 11 साल के सौर चक्र के मध्य से गुजर रहा है। सूर्य एक बहुत ही सक्रिय चरण में है, जिसके परिणामस्वरूप सौर उथलान, कोरोनल मास निकल और सोलर फ्लेयर जैसी घटनाएं उत्पन्न हो रही हैं। पार्कर सोलर प्रोब इन घटनाओं की मापक निगरानी कर रहा है। कुछ दिन पहले यह सूर्य की सतह के लगभग 85 लाख किलोमीटर के करीब पहुंच गया था। इस बार यह बहुत नजदीक जाकर सूर्य को टोटल रहा है।