Chhattisgarh news : छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण नक्सली संगठन में सक्रिय तीन लाख के इनामी सहित 5 नक्सलियों ने हथियार के साथ आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में करटम सुक्का उर्फ हड़मा पिता स्व. देवा (बटालियन नं. 1 कम्पनी नं.2 प्लाटून नं.2 सेक्शन ‘ए’ का पार्टी सदस्य इनामी 2 लाख रुपये) निवासी मैलासूर पेदापारा थाना भेजी जिला सुकमा, सोयम बदरा (गोमपाड़ आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष/वर्तमान जनताना सरकार अध्यक्ष, इनामी एक लाख रुपये) निवासी गोमपाड़ थाना कोंटा जिला सुकमा, दिरदो केशा (कोर्राजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य) निवासी मैलासूर थाना भेजी जिला सुकमा एवं मुचाकी मासा (नागाराम पंचायत मिलिशिया सदस्य) निवासी नागाराम थाना चिंतलनार जिला सुकमा शामिल हैं। शनिवार को सुकमा के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दुगार्राम, द्वितीय कमान अधिकारी 50 वाहिनी सीआरपीएफ, नीरज कुमार सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी 219 वाहिनी सीआरपीएफ, मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स सुकमा एवं सपन चौधरी, उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी सुकमा के समक्ष 5 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पण कराने में इनका रहा प्रयास
नक्सली करटम सुक्का उर्फ हड़मा, दिरदो केशा, मुचाकी मासा को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने में रेंज फील्ड टीम डीआईजी आफिस कोंटा (आरएफटी), 50, 219 वाहिनी सीआरपीएफ एवं सोयम बदरा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला बल का प्रयास रहा।
इसी क्रम में नक्सली सदस्य मड़कम हड़मा (सिंदूरगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य) निवासी कुमोड़तोंग थाना किस्टाराम जिला सुकमा ने रामकृष्ण तिवारी, सहायक कमाण्डेन्ट 208 कोबरा वाहिनी, एवं मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स सुकमा के समक्ष एक हथियार के साथ आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 208 कोबरा वाहिनी के आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। समर्पण करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें दी जाएगी।