Mumbai news : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने पुणे में कहा कि महाराष्ट्र में ओबीसी-मराठा विवाद के लिए सत्तापक्ष के नेता जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि वे महाराष्ट्र में शांतिपूर्ण माहौल बनाये रखने का प्रयास करेंगे। शरद पवार पुणे में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि मराठा नेता मनोज जारांगे की भूख हड़ताल खत्म करवाने खुद मुख्यमंत्री गये थे। मुख्यमंत्री और मनोज जारांगे के बीच क्या बात हुई, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
जो हुआ उसे छोड़ो, हमें रास्ता निकालना होगा
इसके बाद मुख्यमंत्री ने मनोज जारांगे को क्या आश्वासन दिया, किस आधार पर दिया, इसकी भी जानकारी उन्हें नहीं है। इसी तरह जब ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके भूख हड़ताल पर थे, तो सरकार की ओर से प्रतिनिधिमंडल मौके पर गया था। प्रतिनिधिमंडल ने लक्ष्मण हाके से क्या बात की, क्या आश्वासन दिया, इसकी जानकारी हमें नहीं है। शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल उनसे मिले थे और ओबीसी -मराठा विवाद के बारे में चिन्ता व्यक्त की। छगन भुजबल ने कहा, जो हुआ उसे छोड़ो, हमें रास्ता निकालना होगा। नहीं तो महाराष्ट्र में विवाद बढ़ जायेंगे। स्पष्ट रूप से इन लोगों ने जो बयान दिये, वे विवाद को बढ़ावा देने के लिए थे। यदि कोई रास्ता निकालना है, तो शासकों को समाधानकारी रुख अपनाना होगा।