Jammu news : जिले में आतंकवादियों के हमले के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। आतंकियों की तलाश में मंगलवार को भी पूरे क्षेत्र में अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि हमले के बाद केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को उधमपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर तैनात किया गया है। यह कदम इसलिए उठाया गया, क्योंकि अमरनाथ यात्रा के 11वें जत्थे के तीर्थयात्री मंगलवार सुबह उधमपुर से गुजरे। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाबलों ने बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है।
आतंकवादियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के सुदूर माचेडी इलाके में सोमवार दोपहर आतंकवादियों ने सेना के काफिले पर घात लगा कर हमला किया था। इस हमले में पांच जवान बलिदान हो गये और पांच जवान घायल हो गये थे। हमले में घायल पांचों जवानों को पठानकोट के सैन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। बिलावर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सा अधिकारी शीला देवी ने पत्रकारों को बताया कि पांच घायल जवानों को यहां लाया गया और उनका प्राथमिक उपचार किया गया। उन्हें पठानकोट के सैन्य अस्पताल में रेफर कर दिया गया है।
इससे पहले 09 जून से रियासी, कठुआ और डोडा में चार जगहों पर आतंकी हमले हुए थे, जिसमें नौ तीर्थयात्री की मौत हो गयी थी और एक केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल का जवान बलिदान हो गया था। इन हमलों में 41 तीर्थयात्री और कम से कम सात सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं।
डीजीपी ने की कठुआ हमले में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के अभियान की समीक्षा
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन ने मंगलवार को कठुआ जिले में सेना के गश्ती दल पर घातक हमला कर पांच सैनिकों की हत्या में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने और उन पर कार्रवाई के लिए चल रहे अभियान की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि एडीजीपी (कानून और व्यवस्था) विजय कुमार और एडीजीपी जम्मू क्षेत्र आनंद जैन के साथ स्वैन ने पुलिस और सेना के अधिकारियों के साथ बैठक की। सेना के गश्ती दल पर सोमवार को कठुआ जिले के मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार में बदनोटा गांव के पास ऊबड़-खाबड़ माचेडी-किंडली-मल्हार पहाड़ी मार्ग पर इस तरह की यह पहली आतंकी घटना थी। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को ही आतंकवादियों की तलाश शुरू हो गई थी और भारी बारिश के कारण देर शाम को इसे स्थगित कर दिया गया था। मंगलवार सुबह सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त तलाशी दलों ने इसे फिर से शुरू किया। उन्होंने बताया कि सेना के शीर्ष पैरा-कमांडो और खोजी कुत्ते तलाशी अभियान में शामिल हुए जबकि निगरानी के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टरों को भी लगाया गया है।