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ताइक्वांडो चैंपियनशिप से पहले रातों-रात बदल दी गई रेफरी की सूची, तूल पकड़ा मामला, महासचिव ने प्रधान सचिव को लिखा पत्र…

ताइक्वांडो चैंपियनशिप से पहले रातों-रात बदल दी गई रेफरी की सूची, तूल पकड़ा मामला, महासचिव ने प्रधान सचिव को लिखा पत्र…

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Patna news: जमुई में आयोजित एसजीएफआई अंडर-14 बालक ताइक्वांडो स्टेट चैंपियनशिप में खिलाड़ियों के साथ हुए भेदभाव का मामला अब तुल पकड़ लिया है। ताइक्वांडो एसोसिएशन ऑफ बिहार के महासचिव सुधीर कुमार सिंह ने खेल सचिव को पत्र लिखकर खेल प्राधिकरण, तकनीकी पदाधिकारी, रेफरी, समन्वयक व आयोजन समिति के खिलाफ शिकायत की है। महासचिव ने पत्र की कांपी सीएम, खेल मंत्री, मुख्य सचिव शिक्षा विभाग, एसजीएफआई व डीजी स्पोर्ट्स को भी भेजी है। पत्र में उन्होंने कहा है कि ताइक्वांडो एसोसिएशन ऑफ बिहार देश में ताइक्वांडो संचालित करने की एकमात्र वैध संस्था ‘इंडिया ताइक्वांडो’ की ईकाई है।

खिलाड़ी व कोच ने भी की शिकायत

 जमुई, शेखपुरा व बेगूसराय में एसजीएफआई अंतर्गत ताइक्वांडो खेल के राज्यस्तरीय चैंपियनशिप हुए। जहां तीनों जगहों खिलाड़ियों के साथ खेल में भेदभाव किए गए। इसकी शिकायत खिलाड़ी व कोच दोनों ने की है। महासचिव ने सवाल उठाया कि एसजीएफआई अंतर्गत बेगूसराय व शेखपुरा में हुए राज्यस्तरीय चैंपियनशिप के लिए पहले से अधिकृत तकनीकी पदाधिकारी व रेफरी को रातों-रात क्यों बदल दिया गया? कहा कि 24 अक्टूबर को खेल प्राधिकरण ने बेगूसराय, शेखपुरा में आयोजित एसजीएफआई ताइक्वांडो स्टेट चैंपियनशिप के लिए रेफरी की सूची जारी की। इसमें अंतरराष्ट्रीय के साथ कई राष्ट्रीय रेफरी को भी रखा गया। जारी सूची में नामित सभी रेफरी को 25 अक्टूबर की शाम क्रमशः बेगूसराय और शेखपुरा में रिपोर्ट करनी थी। लेकिन, इससे पहले ही रेफरियों की सूची जानबूझकर बदल दी गई, जो नियम संगत नहीं है।

विधानसभा में भी उठा था मामला

तीनों चैंपियनशिप में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण ने एक ऐसे संगठन से सहयोग लिया, जो किसी संवैधानिक संगठन द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। महासचिव ने नियम संगत विरूद्ध कार्य के पीछे खेल प्राधिकरण, पटना में पदस्थापित अधिकारी आनंदी कुमार का हाथ बताया। कहा कि आनंदी कुमार ताइक्वांडो खेल के समन्वयक हैं। उन्हें प्रत्येक वर्ष ताइक्वांडो खेल समन्वयक के रूप में प्रतिनियुक्त किया जाता है। वह पटना के मुल निवासी हैं ओर कई वर्षों से पटना में पदस्थापित हैं और उन पर पहले भी पक्षपात का आरोप लगता रहा है ओर 2017 में एसजीएफआई नेशनल के लिए खिलाड़ियों से पैसे लेने का आरोप लगा था। यह मामला बिहार विधानसभा में भी उठा था।

खिलाड़ियों के लिए नहीं है अच्छा

 उन्होंने एसजीएफआई अंतर्गत राज्यस्तरीय प्रतियोगिता 2-3 वर्षो बेगूसराय में क्यों कराया जा रहा? इस पर भी सवाल उठाएं। कहा कि ताइक्वांडो एक इनडोर खेल है। लेकिन, पिछले 2-3 वर्षों से बेगूसराय में आउटडोर में ही आयोजित किया जा रहा। जबकि, बिहार सरकार द्वारा हर जिले में ‘खेल भवन’ का निर्माण किया गया है, जिसमें सुसज्जित ताइक्वांडो मैट भी है। इन जगहों पर खेल का नहीं होना, खिलाड़ियों के लिए अच्छा नहीं है।

बेगूसराय, शेखपुरा व लखीसराय में ही क्यों?

महासचिव ने कहा कि लगातार एसजीएफआई बिहार स्कूल गेम्स (ताइक्वांडो) का आयोजन बेगूसराय, शेखपुरा और लखीसराय में क्यों किया जा रहा। उन्होंने ताइक्वांडो खेल को रोटेशन के आधार पर अलग-अलग जिलों में आयोजित करने की मांग सरकार से की है।

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