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Health tips: आप भी हैं खर्राटों से परेशान? तो आज से ही शुरू करें दें इसके समाधान के उपाय 

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Are you also troubled by snoring? So start from today itself and give solutions to this problem, Health Tips, health alert, health remedy : कहते हैं कि खर्राटा लेने वाला व्यक्ति निश्चिंत होकर सोता है। यह बात है तो सौ आने सच, पर उसके आसपास सोने वाले की रात की नींद हराम हो जाती हैं। यदि आप भी रात में खर्राटों से परेशान हैं या आपके घर का भी कोई खर्राटे लेता है, तब आप जरूर इस प्रॉब्‍लम से वाकिफ़ होंगे। यहां तकलीफ़ की बात यह है कि खर्राटे लेने वाले व्यक्ति की नींद भी पूरी नहीं होती है। वह दिनभर थका और आलस महसूस करता रहता है। आइए जानते हैं क‌ि खर्राटों की परेशानी से कैैसे मुक्ति मिल सकती है।

मोटापा :- यदि आपके शरीर का वजन ज्यादा है और आप मोटापे से जुझ रहे हैं तो उस अवस्था में सोते समय विशेष रूप से गर्दन की मांसपेशियों पर दवाब बनता है। इससे खर्राटे आते हैं। अतः इससे बचने के लिए वज़न को नियंत्रित रखना अत्यंत आवश्यक हैं।

पीठ के बल सोने से बचें :-  पीठ के बल या सीधा सोने से भी खर्राटे की संभावना अधिक होती है। यदि आप करवट लेकर सोते हैं तो खर्राटे होने की संभावना कम हो जाती है। 

तनाव या थकान होने: तनाव या थकान की अवस्था में खर्राटे होने की संभावना अधिक रहती हैं। 

नींद की गोलियों के सेवन से बचे :- रात में नींद की परेशानी होने पर कई लोग दूसरे विकल्पों का सहारा लेने के बजाय नींद की गोलियां सेवन करने लगते है। इससे उनका तनाव बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसका साइड इफेक्ट  से जबड़े की मांसपेशिया कड़ी हो जाती हैं। इससे खर्राटे की परेशानी शुरू हो जाती है। चूँकि खर्राटे की समस्या से हृदय रोग का खतरा रहता है। इसलिए नींद की गोली लेने पर शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इसका असर उल्टा होता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है। 

● दमा और एलर्जी में बढ़ता है खर्राटा : इन परेशानियों से जूझ रहे रोगियों में खर्राटे की समस्या हो सकती है। जिन्हें दमा या एलर्जी की बीमारी है, वे जब सो रहे होते हैं, सोते समय उनके मुंह खुले रहते हैं और उनके होंठों से हवा मुंह में घुसते रहती है, तब खर्राटे ज्यादा बढ़ सकते हैं।

खर्राटों से बचने के उपाय

मोटापा: मोटापा की स्थिति में इससे बचने के लिए वज़न को नियंत्रित रखना अत्यंत आवश्यक हैं। तब खर्राटे से बच सकते हैं। 

नाक में तेल डालें : खर्राटों की समस्या से छुटकारा पाने लिए नाक साफ रखना चाहिए। जिससे साँस लेने में परेशानी नहीं हो। नाक को खुला रखने के लिए इसमे थोड़ा गुनगुना सरसों के तेल डाल सकते हैं। इससे लाभ नहीं हो तब बाजार में उपलब्ध नाक की स्ट्रिप भी ले सकते हैं।

बेडरूम में नमी: अपने बेडरूम के वातावरण को नम बनाएं रखें।  यदि बेडरूम का वातावरण सूखी होने पर नाक की साँस से भीतर सूखा हो जाता है। इससे परेशानी हो सकती है। इसमें गले में भी खसखसाहट और परेशानी होती है। रूम हीटर से बचे एवं कमरे मे क्रॉस एयर की व्यवस्था हो ताकि ऑक्सीजन लेवल मेंटेन रहे। 

करवट या पेट के बल सोये:  लोग पीठ के बल सोते हैं। ऐसे में भी यदि खर्राटे आते हैं।  तब पेट के बल या करवट लेकर सोये । सोते समय सिर को चार इंच ऊपर उठाकर रखने से भी सांस लेने में मदद मिलेगी। इससे जीभ और जबड़े को आगे आने में सहायता होगी। इस तरह की आदतों से खर्राटे से निबटा जा सकता है।यदि इससे भी सुधार नहीं हो तब इसका इलाज अवश्य करवाइये।

गरारे करें: यदि नाक और गले में कुछ समस्या है तब सोने से पहले हल्का गर्म पानी मे नमक डालकर गरारे करके सोएं। वहीँ नाक से भांप लेने की आदत बनाए। इससे श्वांस लेने में मदद मिलेगी।

सोने का निश्चित समय रखें: खर्राटे रोकने के लिए  सोने एवं जगने का समय निश्चित करे । सही समय पर सोने जाएं और इसे न बदलें। इससे अवश्य लाभ मिलेगा। 

योग : नियमित योग, व्यायाम करें अपने चिकित्सक से बराबर सम्पर्क में रहें। अपनी दिनचर्या नियमित रखें।

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