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DGP ने दिया आदेश और तुरंत गैंगस्टर अमन साहू को फिर भेजा गया गिरिडीह जेल 

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Ranchi news, Jharkhand news : डीजीपी के आदेश के तुरंत बाद गैंगस्टर अमन साहू को पलामू जेल से फिर गिरिडीह सेंट्रल जेल में गुरुवार को शिफ्ट कर दिया गया। अमन वर्ष 2022 में गिरिडीह जेल में बंद था। इस दौरान सुविधा नहीं मिलने पर उसने तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर जानलेवा हमला कराया था। अमन ने अपने गुर्गों से जेलर के वाहन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलवाई थी। इस हमले में जेलर को कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस मामले में मुफ्फसिल थाना में प्राथमिकी हुई थी। इस मामले में आरोपी मंजेश मंडल, आशीष कुमार साह की गिरफ्तारी हुई थी। जेल में बंद लोकी रविदास की भी संलिप्तता पाई गई थी। पुलिस ने इन मामलों में अमन साहू को आरोपी नहीं बनाया था। अभी तीनों आरोपी अलग-अलग जेल में बंद है। 

अमन साहू गैंग पर कई मामले दर्ज 

गैंगस्टर के खिलाफ लातेहार के बालूमाथ थाने में प्राथमिकी की गई थी। इसमें आपराधिक गिरोह सुजीत सिन्हा, अमन साहू गिरोह पर तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी का आरोप लगा था। एनआइए की जांच के अनुसार अमन साहू गिरोह झारखंड में कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल था। इनमें एक डीएसपी पर गोलीबारी और व्यवसायियों और ठेकेदारों पर हमला, उनसे जबरन लेवी-रंगदारी वसूली का मामला भी शामिल है। इस गिरोह ने झारखंड के बाहर टूटे हुए नक्सली संगठनों और अन्य संगठित आपराधिक गिरोहों के साथ भी संबंध विकसित किया था। लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र में सीसीएल के तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी व गोलीबारी की घटना 18 दिसंबर 2020 को हुई थी। तब अपराधियों ने चार ट्रक व एक मोटरसाइकिल को जलाया था। इस घटना में चार आम नागरिक घायल हुए थे।

कई थानों में 85 केस दर्ज

लेवी और रंगदारी के लिए कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाला आरोपी अमन साहू पर 85 केस राज्य के कई थानों में दर्ज हैं। एनआइए ने उसके खास सहयोगी शंकर यादव को पूर्व में भागलपुर से गिरफ्तार किया था। वह अमन साहू के लेवी-रंगदारी के रुपयों को रियल इस्टेट में निवेश करता था। एनआइए ने उसके पास से 1.3 करोड़ रुपये बरामद किए थे। टीम ने पूर्णिया व मधेपुरा में भी छापा मारा था। उस समय पांच मोबाइल, एक हार्ड डिस्क, एक मैगजीन के साथ एक राइफल, एक पिस्तौल, दो मैगजीन व 63 कारतूस की बरामदगी हुई थी। घटना में शामिल अपराधी सुजीत सिन्हा व अमन साहू गिरोह के थे। तेतरियाखाड़ की इस घटना में दर्ज केस को टेकओवर करते हुए एनआइए ने अपनी रांची शाखा में चार मार्च 2021 को केस दर्ज किया था।

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