बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी की महिला मित्र वैशाखी बनर्जी ने सनसनीखेज बयान देते हुए कहा कि महिला और पैसे की लोलुपता ने पार्थ को यहां लाकर खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि पार्थ चटर्जी कहते थे कि शिक्षा विभाग हरीश चटर्जी स्ट्रीट से नहीं नाकतला से चलेगा।’ बैशाखी ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि शिक्षक नियुक्ति मामले में जो भ्रष्टाचार अभी सामने आया है, वह सारदा-नारद से भी बढ़कर है। पूर्व शिक्षा मंत्री महिलाओं और पैसों की लोलुपता के कारण उनकी हालत ऐसी हुई है।
सत्ता के अहंकार में उन्हें कुछ नहीं दिख रहा था
बैसाखी ने कहा कि उन्होंने पार्थ चटर्जी से बार-बार कहा था कि जिस तरह का भ्रष्टाचार सामने आ रहा है, उससे तो उनका अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है, लेकिन सत्ता के अहंकार में उन्हें उस समय कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। पार्थ ने लंबे समय तक कॉर्पोरेट में वरिष्ठ पदों पर काम किया है। उस विषय का उल्लेख करते हुए बैशाखी ने कहा कि पार्थ कॉर्पोरेट में थे। उन्होंने शिक्षा विभाग को भ्रष्टाचार के दलदल में झोंक दिया।
कुलपति शिक्षा विभाग को पहुंचाते थे पैसा
उन्होंने कहा कि वर्तमान उद्योग मंत्री और पूर्व शिक्षा मंत्री खुद को सब से ऊपर समझते थे। बैशाखी के अनुसार पार्थ चटर्जी कहते थे कि शिक्षा विभाग हरीश चटर्जी स्ट्रीट से नहीं नकतला से चलेगा। आईएम नम्बर टू। मैं ममता बनर्जी के करीब हूं। ममता मेरे बारे में कुछ नहीं कह सकतीं। इन सब की वजह से आज उनकी यह अवस्था हो गई है। बैशाखी ने दावा किया कि शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने उन्हें बताया था कि जादवपुर और कलकत्ता को छोड़कर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का मासिक कोटा बंधा हुआ था। वो पैसा शिक्षा विभाग को पहुंचाना होता था।