Good News, own business : क्या आप बेरोजगार हैं, पैसे भी नहीं हैं तो खोल लीजिए दवा (जन औषधि केंद्र) की दुकान। आप कह सकते हैं, ऐसे कैसे खुल जाएगी दुकान, तो मैं बताता हूं इसके उपाय, जहां से आपको पैसे भी मिलेंगे, दुकान भी खुल जाएंगी और हर महीने एक निश्चित आमदनी भी सुनिश्चित हो जाएंगी। रही दुकान खोलने के लिए पूंजी की बात तो सरकार की योजना के तहत इस कार्य के लिए आपको ढाई लाख रुपए मिलेंगे। बस आपके पास 120 वर्ग फ़ीट जगह होनी चाहिए।
सरकार की है योजना, ऐसे करें अप्लाई
दरअसल, केंद्र सरकार का फार्मास्युटिकल्स विभाग, प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) अभियान चला रहा है। इसके तहत ही प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की सुविधा दी जा रही है। इसके लिए आप ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनों ही तरह से आवेदन दे सकते हैं। आप http://jananaushadhi.gov.in/online_registration.aspx पर जहां ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं,ऑफलाइन आवेदन के लिए आपको एप्लिकेशन फॉर्म https://janaushadhi.gov.in/ से डाउनलोड करना होगा और इसे महाप्रबंधक (ए एंड एफ), ब्यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया (बीपीपीआई) को भेजना होगा। इस लिंक पर आपको देश के हर राज्य के हर उस जिले की सूची दिख जाएगी, जहां जन औषधि केंद्र नहीं खुले हैं।
ब्यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स ऑफ इंडिया आपकी मदद को तैयार
अगर आप जनऔषधि केंद्र खोलने की और भी जानकारी चाहते हैं तो http://janaushadhi.gov.in/pdf/NGO_PMBJP.pdf पर लॉग इन करें। जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश के अलावा आवेदक को हर समय सभी प्रोडक्ट्स को स्टोर में उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त निवेश करना होगा। इसके लिए ब्यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स ऑफ इंडिया (बीपीपीआई) 2.50 लाख रुपये तक की वन-टाइम फाइनेंशियल सहायता आपको प्रदान करता है। अगर यही कार्य सरकारी अस्पताल परिसर में हो रहा हो तो राज्य सरकार मुफ्त में जगह उपलब्ध कराती है।
प्रति माह 30000 तक की कमाई, 15 प्रतिशत इंसेंटिव भी, कुछ शर्तें भी हैं…
बात करें इस योजना से जुड़ने और कमाई की तो यह इनकम आपको दवाओं की प्रति माह बिक्री पर निर्भर करेगी। आप ऐस जानें, अगर आप एक लाख रुपये की दवा बेचते हैं तो आपको 20,000 रुपये आमदनी होगी। समझ गए होंगे, आपको दवाओं की बिक्री पर 20 प्रतिशत कमीशन मिलेगी। आपको एक और फायदा मिलेगा। यह है, मासिक बिक्री पर 15 प्रतिशत इंसेंटिव का।
जहां तक अन्य शर्त की बात है तो अगर आपके पास 120 वर्गफुट जमीन नहीं है तो आप किराए पर भी दुकान ले सकते हैं। आपके पास जनऔषधि केंद्र के नाम से रिटेल मेडिसिन बिक्री का लाइसेंस होना चाहिए। इसके साथ ही आपको पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि की जरूरत होगी। यदि कोई एनजीओ, हॉस्पिटल या चेरिटेबल ट्रस्ट जनऔषधि केंद्र खोलना चाहे तो उसे रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट्स भी लगाने होंगे। अगर आप आनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/दिव्यांग जैसे वर्गों से आते हैं तो आपको 50 हजार रुपये तक की दवाएं एडवांस में मिल सकती हैं। तो है न अच्छी योजना।