West Bengal News : देश के किसी भी स्कूल में अगर अनुशासन कायम न रहे तो आप उसे शिक्षा का मंदिर कैसे कर सकते हैं। अगर किसी शिक्षक या शिक्षिका से बाहर से लोग आकर बदतमीजी कर दें, तो यह हमारे सिस्टम पर बड़ा सवाल है। पश्चिम बंगाल के एक स्कूल में ऐसा ही हुआ है। यह अत्यंत निंदनीय है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टीचर ने जब छात्रा को हिजाब पहनने से रोका तो कुछ लोगों द्वारा जबरन स्कूल पहुंचकर महिला टीचर के साथ बदतमीजी की है। दक्षिण दिनाजपुर में हिजाब पहनने पर एक छात्रा को शिक्षिका ने डांटा तो कुछ लोगों ने स्कूल घुसकर महिला टीचर की साड़ी खोलकर बदतमीजी की है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक त्रिमोहिनी प्रताप चंद्र हायर सेकेंडरी स्कूल में यह घटना हुई । घटना के बाद स्थानीय पुलिस स्कूल में पहुंची तो थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। यह मामला शुक्रवार का ही बताया जा रहा है लेकिन इसकी वजह जिले में तनाव का माहौल है।
शिक्षिका ने अनुशासित रहने को कहा
स्कूल के प्रिसिंपल कमल कुमार जैन ने पुलिस को बताया कि एक छात्रा जब स्कूल में हिजाब पहनकर आई तो महिला शिक्षिका ने छात्रा को अनुशासित रहने के लिए कहा था। शिक्षिका द्वारा छात्रा को डांटने और हिजाब हटाने की बात कहने को कुछ लोगों गलत ढंग से ले लिया और जबरन स्कूल आए और शिक्षिका की साड़ी खोल दी। पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया, लेकिन पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया। इस घटना के बाद BDO और स्कूल निरीक्षक भी मौके पर पहुंचे।
शिक्षिका से बदसलूकी के खिलाफ जाम
जिले में जब शिक्षिका के साथ इस तरह की बदसलूकी की बात फैली तो अगले दिन राष्ट्रीय राजमार्ग 512 पर स्कूल के छात्रों व अभिभावकों ने तीन घंटे के लिए चक्का जाम कर दिया। स्थिति को संभालने के लिए DSP व ASP मौके पर पहुंचे और जाम हटाने की अपील की। प्रदर्शनकारियों ने कहना था कि वारदात के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की। यह सब राजनीतिक दबाव के कारण हो रहा है।