– 

Bengali
 – 
bn

English
 – 
en

Gujarati
 – 
gu

Hindi
 – 
hi

Kannada
 – 
kn

Malayalam
 – 
ml

Marathi
 – 
mr

Punjabi
 – 
pa

Tamil
 – 
ta

Telugu
 – 
te

Urdu
 – 
ur

होम

वीडियो

वेब स्टोरी

तृणमूल के तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार के खिलाफ पश्चिम बंगाल की जनता एकजुट : अमित शाह

1aef179b d1d8 40ad a339 912f96ca7af1

Share this:

Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news, Kolkata news :केन्द्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में अपनी दूसरी जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। शाह ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अयोध्या में राममंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुईं, क्योंकि उन्हें अपने घुसपैठिया वोटबैंक के नाराज होने का डर था। उन्हें खुश करने के लिए वह हिन्दू आस्था का अपमान करती हैं।

अमित शाह ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव यह तय करनेवाला है कि लोग देश में परिवार राज चाहते हैं या रामराज्य। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी और तृणमूल नेता राममंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, क्योंकि उन्हें डर था कि घुसपैठिए, जो उनकी पार्टी के वोटबैंक हैं, नाराज हो सकते हैं।

अमित शाह ने कहा, “यह चुनाव यह तय करने के बारे में भी है कि क्या आप भतीजे (तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी) को बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में चाहते हैं या नरेन्द्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में चाहते हैं। ममता बनर्जी और उनका भतीजा भाजपा कार्यकर्ताओं पर जितना चाहें उतना अत्याचार कर सकते हैं, लेकिन तृणमूल की हार तय है। तृणमूल के तुष्टीकरण और भ्रष्टाचार के खिलाफ पश्चिम बंगाल की जनता एकजुट हो चुकी है। शाह ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल संदेशखाली के दोषियों को बचाना चाहती है, लेकिन भाजपा उन्हें दंडित करेगी।

फेक वीडियो व झूठ से जनता को गुमराह कर रही कांग्रेस  

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन की भाजपा के खिलाफ संविधान बदलने और आरक्षण समाप्त करने सम्बन्धी भ्रामक बयानबाजी करने और फेक खबरों को प्रसारित करने का आरोप लगा कर जम कर हमला बोला। उन्होंने फेक वीडियो के माध्यम से जनता को गुमराह करने के लिए कांग्रेस की कड़ी आलोचना की।

केन्द्रीय मंत्री शाह मंगलवार को गुवाहाटी स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के समक्ष कांग्रेस के फैलाये जा रहे झूठे और उनके दिये गये मूल वक्तव्य का असली वीडियो भी प्रस्तुत किया गया। केन्द्रीय मंत्री ने कांग्रेस के उनका फेक वीडियो प्रसारित करने पर कहा कि कांग्रेस ने मेरा फेक वीडियो प्रसारित करने का कृत्य उनकी हताशा और निराशा का द्योतक है। कांग्रेस फेक वीडियो से जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।

गृह मंत्री शाह ने कहा कि चुनाव के दो चरणों में भाजपा के आंतरिक मूल्यांकन के अनुसार पार्टी व सहयोगी दल मिलकर 100 से अधिक सीटों पर विजयी होने जा रही है। जनता के आशीर्वाद और समर्थन से एनडीए अपने चार सौ के पार के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि असम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में भाजपा को बहुत बड़ी चुनावी सफलता मिलती दिखाई दे रही है। एनडीए को दक्षिण भारत से भी को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस एनडीए के चार सौ पार के लक्ष्य को संविधान बदलने का लक्ष्य बता कर दुष्प्रचार कर रही है। कांग्रेस जनता में अफवाह फैला रही है कि भारतीय जनता पार्टी आरक्षण को समाप्त कर देगी। यह दोनों बातें निराधार और तथ्यहीन हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा 10 वर्ष से पूर्ण बहुमत की सरकार चला रही है, लेकिन इसका दुरुपयोग कांग्रेस की तरह आपातकाल लगाने और लोकसभा का कार्यकाल बढ़ाने के लिए नहीं किया। भाजपा ने पूर्ण बहुमत का उपयोग अनुच्छेद 370, तीन तलाक समाप्त करने, अंग्रेजों के कानून बदल कर भारतीय पद्धति के कानून लाने में, कोरोना से लड़ने में और प्रभु श्रीराम के मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए किया है। कांग्रेस पार्टी झूठ फैलाकर जनता के बीच भ्रांति पैदा करना चाहती है।

शाह ने कहा कि कांग्रेस ने पहले तो संयुक्त आंध्र प्रदेश में एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में कटौती कर वर्ग विशेष को धर्म के आधार पर आरक्षण दिया और फिर कर्नाटक में पूरे मुस्लिम समुदाय की गिनती पिछड़े वर्ग में कर उनके लिए चार प्रतिशत आरक्षण तय कर दिया। भाजपा का मानना है कि धर्म आधारित आरक्षण गैर संवैधानिक है।

शाह ने कहा कि संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से निवेदनार्थ कहा कि पत्रकारों को जनता तक सत्य पहुंचाना होगा और जनता को गुमराह होने से बचाना होगा। देश की जनता को भ्रमित करने का प्रयास करने वाले इन दलों को फेक वीडियो प्रसारित करने और भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र को तोड़-मरोड़ कर पेश करने के बजाय अपने सिद्धातों, कार्यों और घोषणापत्र के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए।

Share this:




Related Updates


Latest Updates