– 

Bengali
 – 
bn

English
 – 
en

Gujarati
 – 
gu

Hindi
 – 
hi

Kannada
 – 
kn

Malayalam
 – 
ml

Marathi
 – 
mr

Punjabi
 – 
pa

Tamil
 – 
ta

Telugu
 – 
te

Urdu
 – 
ur

होम

वीडियो

वेब स्टोरी

PROUD FEELING : इंडियन फुटबॉल टीम का हिस्सा बनीं झारखंड की 6 बेटियां,पहली बार एक ही राज्य की…

IMG 20220313 WA0002

Share this:

Jharkhand (झारखंड) के लिए गर्व के पल। खेल के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियों का उदाहरण। इस राज्य की छह बेटियों का चयन भारतीय फुटबॉल टीम में एक साथ हुआ है। यह पहली बार है जब झारखंड की छह खिलाड़ी एक साथ इंडिया टीम में चुनी गई हैं। टीम में रांची की नीतू लिंडा, अनिता कुमारी, सुनीता मुंडा, सिमडेगा की पूर्णिमा कुमारी, गुमला की अष्टम उरांव और अमीषा बाखला शामिल हैं। सुमति कुमारी को आखिरी समय में चोट लग गई जिससे वह टीम में नहीं चुनी जा सकीं। इस लिहाज से झारखंड के खेल जगत के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा। जमशेदपुर में 15 से 25 मार्च तक होनेवाली अंडर 18 सैफ महिला फुटबॉल चैंपियनशिप में भारतीय टीम खेलेगी। यह पहली बार है कि झारखंड में फुटबॉल की कोईअंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजित होने जा रही है। सैफ चैंपियनशिप में तीन देश भारत, बांग्लादेश और नेपाल की टीम हिस्सा ले रही हैं।

फेडरेशन ने की टीम की घोषणा

ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने शनिवार को टीम की घोषणा की, जिसमें इन खिलाड़ियों को चुना गया। भारतीय दल का कैंप जमशेदपुर के जेआरडी कॉम्प्लेक्स में ही चल रहा था। मालूम हो कि ये सभी खिलाड़ी 2019-20 में अंडर 17 विश्व कप भारतीय टीम के कैंप में शामिल थीं। कोरोना के कारण विश्वकप स्थगित होने से इन खिलाड़ियों का भारत के लिए खेलना का सपना टूट गया था, क्योंकि इनमें कुछ खिलाड़ी 17 साल से अधिक उम्र की हो गईं।

इंडिया कैंप में सिमडेगा की प्रतीक्षा को किया गया आमंत्रित

झारखंड की एक और खिलाड़ी प्रतीक्षा लकड़ा को इंडिया कैंप में आमंत्रित किया गया है। सिमडेगा की रहनेवाली प्रतीक्षा 13 march को जमशेदपुर रवाना होंगी। वे यहां चल रहे अंडर 20 टीम के कैंप से जुड़ेंगी। प्रतिक्षा साई सेटर रांची की प्रशिक्षु हैं। पूर्व में वह कई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेल चुकी हैं। प्रतीक्षा को वैक्सीन के प्रमाण पत्र के साथ कैंप बुलाया गया है।

झारखंड की बड़ी उपलब्धि

झार फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव गुलाम रब्बानी कहते हैं कि यह झारखंड के लिए बड़ी उपलब्धि है। खिलाड़ियों की खुद की मेहनत के साथ संघ के पदाधिकारी और कोच की मेहनत का फल है कि छह बच्चियां इंडिया खेलेंगी। कोशिश है कि प्रतिभा चयन कर और भी खिलाड़ियों को आगे लाया जाए।

Share this:




Related Updates


Latest Updates