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पंजाब में बसों के संचालन पर लगेगा ब्रेक, किसानों ने प्रदेश बंद के आह्वान के समर्थन में उतरे परिवहन कर्मी

पंजाब में बसों के संचालन पर लगेगा ब्रेक, किसानों ने प्रदेश बंद के आह्वान के समर्थन में उतरे परिवहन कर्मी

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▪︎ क्रासर- 4 घंटे सरकारी बसें नहीं चलेंगी, 577 रूट प्रभावित होंगे, 7 राज्यों पर असर पड़ेगा

Chandigarh news : फसलों के एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में किसानों ने 30 दिसंबर को पंजाब बंद रखने का
फैसला किया है। इस प्रदर्शन में पनबस पीआरटीसी वर्कर यूनियन के कर्मचारी भी शामिल होंगे। ऐसे में पूरे पंजाब में करीब चार घंटे तक सरकारी बसें नहीं चलेंगी। 1125 बसों के पहिए पूरी तरह जाम रहेंगे। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बसें सड़क पर नहीं उतरेंगी। पंजाब बंद को लेकर यूनियन की बैठक हुई है। इसमें संघर्ष को लेकर रणनीति बनाई गई है। इस दौरान यूनियन के चेयरमैन बलजिंदर सिंह राठ और प्रधान रेशम सिंह ने कहा कि किसानों ने सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक पंजाब बंद का आह्वान किया है। लेकिन पूरे दिन की हड़ताल संभव नहीं है। हम भी लोगों को परेशान नहीं करना चाहते। इसी के चलते लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बसों का चक्का जाम करने का
फैसला लिया गया है।

पंजाब समेत आठ राज्यों में है बस सेवा

पीआरटीसी पंजाब और अन्य राज्यों में 577 रूटों पर बसें चलाता है। जो इस दौरान प्रभावित रहेंगी। ये बसें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली,
राजस्थान और उत्तराखंड को कवर करती हैं। पीआरटीसी के नौ डिपो हैं। इनमें पटियाला, बठिंडा, कपूरथला, बरनाला, संगरूर, बुढलाडा, फरीदकोट, लुधियाना और चंडीगढ़ शामिल हैं। कुल मिलाकर विभाग में तीन हजार से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं। वहीं, पंजाब बंद को लेकर हुई बैठक में फैसला लिया गया कि 29 तारीख तक कंडक्टर बसों में टिकट जारी करने से पहले लोगों को बंद के बारे में बताएंगे। ताकि बसों में सफर करने वाले लोगों को इसके बारे में पहले से पता चल सके। हालांकि, किसान पहले ही साफ कर चुके हैं कि निजी बस ऑपरेटरों ने उनका समर्थन किया है।

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