पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर एक एमएमएस के सहारे राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जावेद इकबाल को ब्लैकमेल करने का सनसनीखेज आरोप लगा है। यह आरोप कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएलएन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इमरान खान अपने कार्यकाल में ब्लैकमेलिंग रैकेट चला रहे थे। इन गंभीर आरोपों के बाद पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल आ गया है।
यौन उत्पीड़न वाले एमएमएस सहारे की ब्लैकमेलिंग
बताते चलें कि इन दिनों पाकिस्तान में एक महिला का यौन उत्पीड़न वाला एमएमएस वायरल हो रहा है। आरोप है कि इसी वीडियो के जरिए तत्कालीन राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जावेद इकबाल को तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने ब्लैकमेल किया। इसके बदले में एनएबी ने इमरान के विरोधियों को झूठे केस में फंसाया। कई विरोधियों को जेल में डाला गया। इस मामले का खुलासा होने के बाद इमरान खान अपनी ही पार्टी के अंदर घिर गए हैं। अब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेताओं ने ही इमरान खान से पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की मांग की है।
एनएबी के पूर्व अध्यक्ष ने किया था यौन उत्पीड़न
पीड़ित महिला का आरोप है कि राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के पूर्व अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जावेद इकबाल ने उनका यौन उत्पीड़न किया। एनएबी पाकिस्तान का प्रमुख वित्तीय अपराध और भ्रष्टाचार प्रहरी है। इस घटना से संबंधित विवादास्पद वीडियो पहली बार 2019 में इंटरनेट मीडिया पर सामने आए। महिला ने दावा किया कि जब उसने प्रधानमंत्री के शिकायत पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद उन्हें इमरान खान से उनके आधिकारिक आवास पर मिलने के लिए कहा गया था।
पीड़िता और उसका पति डेढ़ माह तक हिरासत में रहे
पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि तत्कालीन पीएम इमरान खान ने मुलाकात के बाद वादा किया कि सरकार उनकी मदद करेगी। लेकिन उनके अधिकारियों ने जांच के नाम पर उसका फोन जब्त कर लिया और उनकी अनुमति के बिना स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर उसमें मौजूद वीडियो प्रसारित किया। अश्लील क्लिप में महिला और एनएबी प्रमुख जावेद इकबाल को आपत्तिजनक स्थिति में देखा जा सकता है। महिला ने आरोप लगाया कि मुझे और मेरे पति को डेढ़ महीने तक कैद करके रखा गया।
जांच बंद करने का दबाव बनाया
पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि इमरान खान ने उनके वीडियो का इस्तेमाल एनएबी सुप्रीमो को ब्लैकमेल करने में किया। इसक जरिए उन्होंने अपनी पार्टी और उनके सहयोगियों के खिलाफ जांच बंद करवाने का दबाव डाला। इतना ही नहीं, इमरान खान ने एनएबी चीफ को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मामले खोलने के लिए भी कहा। इस मामले के खुलासे के बाद पाकिस्तान की राजनीकि में भूचाल आ गया है। सत्तारूढ़ गठबंधन ने दावा किया है कि इमरान खान ने अपने कार्यकाल के दौरान उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए थे।