मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कड़े निर्देश के बावजूद धनबाद कोयलांचल में कोयला चोरी नहीं रुक रही है। हालांकि चोरी रोकने के लिए पुलिस प्रशासन भी प्रयासरत है लेकिन इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है। राष्ट्रीय संपत्ति की हो रही व्यापक पैमाने पर चोरी से बीसीसीएल प्रबंधन भी परेशान है। इसलिए उसने कोल इंडिया और कोयला मंत्रालय को रिपोर्ट भेज कर जानकारी दी है कि कतरास, सिजुआ, गोविंदपुर, लोदना और कुसुंडा एरिया में व्यापक पैमाने पर कोयला चोरी की जा रही है। उपर्युक्त स्थानों को बीसीसीएल ने क्रिटिकल जोन में रखा है।
कोयला मंत्रालय की टीम ले सकती है जायजा
बीसीसीएल ने अपनी अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इसके अलावा बरोरा एरिया, ब्लॉक टू और वह बस्टाकोला क्षेत्र में भी कोयले की चोरी निरंतर हो रही है लेकिन यहां चोरी का स्तर थोड़ा कम है।बीसीसीएल के जीएम सिक्यूरिटी एमएस पांडेय ने यह रिपोर्ट भेजी है। बीसीसीएल की रिपोर्ट मिलने के बाद कोयला मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया है। सूत्र बताते हैं कि जल्द ही उच्चस्तरीय टीम स्थिति का जायजा लेने धनबाद दौरे पर आने वाली है। संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
अप्रैल व मई के अब तक 88 लाख का कोयला जब्त
अप्रैल व मई अब तक बीसीसीएल में करीब 88 लाख रुपये का कोयला जब्त किया गया है। इसमें केवल अप्रैल में ही 1735 टन कोयला जब्त किया गया है जिसकी कीमत 54 लाख 48 हजार रुपये है। मई माह में 11 सौ टन से अधिक कोयला जब्त किया गया जिसकी कीमत करीब 34 लाख है। अब तक 25 मामले दर्ज भी किए गए हैं।
200 और सीआइएसएफ जवानों की मांग
राष्ट्रीय संपत्ति व अन्य सुरक्षा को लेकर बीसीसीएल ने सीआइएसएफ के साथ 3737 जवानों को लेकर एमओयू किया है। इसके बावजूद सीआइएसएफ जवानों की तैनाती नहीं हो पा रही है। बीसीसीएल ने जवानों की मांग सीआइएसएफ से की है। साथ ही जवानों की कमी को देखते हुए दो सौ अतिरिक्त जवानों की मांग की है।
पीबी व कुस्तौर एरिया से 46 जवान हटाए गए
बीसीसीएल व सीआइएसएफ टीम ने संयुक्त सर्वे करने के बाद पीवी व कुस्तौर एरिया से हटाकर 46 सीआइएसएफ जवानों की कुसुंडा, बस्ताकोला व सिजुआ में पोस्टिंग की है। कुसुंडा में सात, सिजुआ में 14 व बस्ताकोला में जरूरत के अनुसार जवानों को लगाया गया है।