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LIFE NEEDS HUMOUR (7) : मां ने कहा, बेटी इस परीक्षा का परिणाम नहीं आना चाहिए … हंसिए और हंसाइए, जग को सुंदर धाम बनाइए…

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पहली हंसी

गोलू पैराशूट बेच रहा था… 

हवाई जहाज से कूदो, बटन दबाओ और जमीन पर सुरक्षित पहुंच जाओ… 

ग्राहक- अगर पैराशूट नहीं खुला तो…? 

गोलू- तो पैसे वापस कर दूंगा…!

दूसरी हंसी

साली जी बड़ी ध्यान से बुक पढ़ रही थी

जीजा जी- कौन सी किताब पढ़ रही हैं साली जी?

साली- लड़कियों का पालन पोषण कैसे करें।

जीजा- क्यों क्या हुआ?

साली- मैं जानना चाहती हूं कि मेरा पालन -पोषण सही से हो रहा है या नहीं।

तीसरी हंसी

बेटा बाप से- पापा साढ़ू का रिश्ता क्या होता है।

बाप- बेटा जब दो आदमी एक ही कंपनी से ठगे जाते हैं तो साढ़ू कहलाते हैं… 

तभी वहां मम्मी आ गई, बस फिर क्या है तब से मम्मी गुस्से से ‘लाल’ हैं….और पापा डर के मारे ‘पीले’।

चौथी हंसी

एक खूबसूरत लड़की अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूम रही थी…

मां ने उसे बाजार में देख लिया,

घर आते ही मां ने बेटी को गुस्से में फोन किया।

मां-बेटी कहां है तू ?

बेटी-मां मैं तो परीक्षा देने आई हुई हूं।

मां गुस्से से लाल होके बोली

बेटी, इस परीक्षा का परिणाम नहीं आना चाहिए।

कल इसी तरह पुनः आपसे रूबरू होंगे हंसी के नए आयामों के साथ।

इसे फिर पढ़ें

Humour is an integral part of our life. Life without humour is like a river without flowing water.  जीवन के लिए जैसे पानी और भोजन जरूरी हैं, वैसे ही विनोद अर्थात हंसी-ठिठोली भी जीवन को संतुलित बनाए रखने के लिए आवश्यक है। शरीर और सेहत पर मनोविनोद का प्रभाव मनोवैज्ञानिक और वैज्ञानिक तरीके से भी सकारात्मक रूप में सामने आता है। Medical Science के अनुसार, हंसने से हमारे शरीर की इम्यूनिटी ठीक रहती है,जो हमें कई बीमारियों से बचाती है। मनोविज्ञान इसे हमारी आत्मिक शक्ति के प्रभाव के रूप में देखता है। सामान्य लोक रुचि के हिसाब से देखें तो जोक्स और चुटकुले हमारी जिंदगी में गर्माहट घोलते हैं और हंसाने में भी हमारी मदद करते हैं। हंसने से मन प्रसन्न रहता है और घर में खुशहाली रहती है। इसलिए हंसी को हमें अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेना चाहिए। हंसने का कोई कारण नहीं दिखाई पड़े तो जबरन उसे तलाशने और तलाश कर उसके आधार पर हंसने की कोशिश करनी चाहिए। दार्शनिक अंदाज में कहा जाता है कि दूसरों पर हंसना आसान है, लेकिन खुद पर हंसना जिगर का बड़ा काम है। हमें अपने जीवन में खुद हंसने और दूसरों को हंसाने में रुचि रखनी चाहिए। तभी यह जग सुंदर धाम बन सकता है। 

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