New Delhi news : 9 जून को नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री ने इसके बाद यह सबसे महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि उनके तीसरे कार्यकाल में भी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) अजीत डोभाल ही बने रहेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा भी पद पर बने रहेंगे। इस तरह उनका कार्यकाल प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के साथ पूरा होगा।
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अमित खरे बने प्रधानमंत्री के सलाहकार
अजीत डोभाल को एनएसए, पीके मिश्रा को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद की जिम्मेदारी के साथ ही अमित खरे और तरुण कपूर को प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। इस संबंध में जारी लेटर में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अजीत डोभाल, आईपीएस (सेवानिवृत्त) की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी है, जो कि 10 जून से प्रभावी हो गई। डोभाल की नियुक्ति के संबंध में जारी इस लेटर में आगे कहा गया है कि उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, समाप्त हो जाएगी।
एरिक गार्सेटी ने कहा, अंतरराष्ट्रीय खजाना हैं डोभाल
भारत ही दुनिया भर में अजीत डोभाल अपनी छवि और काम करने की स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। अमेरिका भी उनका मुरीद है। इसकी बागनी उस वक्त देखने को मिली थी जब अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा था कि भारत के एनएसए राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय खजाना हैं। गार्सेटी ने ये बात बीते साल ‘क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आईसीईटी) पर संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत पहल’ कार्यक्रम में कही थी। उन्होंने कहा था, मुझे अमेरिका और भारत के बीच की नींव बहुत मजबूत दिखती है। इसकी वजह से भारतीय अमेरिकियों से और अमेरिकी भारतीयों से प्यार करते हैं।