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Success Speaks : टैलेंट का कमाल, 17 साल की उम्र में 100 करोड़ की…

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Success Story Of Tilak Mehta, Talent Gives Inspiration For Others, Problem Creates Idea : टैलेंट बाहर आने के लिए और कमाल दिखाने के लिए कोई उम्र का बंधन नहीं होता है। साथ ही यह भी कि मॉर्निंग शोज द डे (Morning Shows The Day) मतलब पालने में ही दिख जाते हैं पूत के पांव। बचपन में ही बता देता है कि बच्चा आगे कैसा होगा। गुजरात के तिलक मेहता इसका प्रमाण हैं। आज तिलक मेहता 17 साल के हैं।

13 साल की उम्र में आया बिजनेस का आइडिया

 साल 2006 में गुजरात में पैदा हुए तिलक मेहता पेपर एन पार्सल के फाउंडर हैं। तिलक मेहता के पिता विशाल मेहता एक लॉजिस्टिक कंपनी से जुड़े हैं। तिलक मेहता की मां काजल मेहता हाउसवाइफ हैं। उनकी एक बहन भी है। तिलक मेहता जब 13 साल के थे, तब एक दिन पिता की थकान की वजह से उन्हें बिजनेस शुरू करने का आइडिया आया। तिलक मेहता अपने पिता के ऑफिस से लौटने के बाद जब कभी स्टेशनरी का सामान लाने के लिए कहते तो उन्हें बुरा लगता। पिता की थकान को देखकर कई बार वह बोल नहीं पाते कि उन्हें स्कूल के लिए स्टेशनरी चाहिए।

पढ़ाई की समस्या ने पैदा किया बिजनेस का आइडिया

एक बार तिलक मेहता अपने चाचा के यहां छुट्टियों पर गए थे। घर लौटते वक्त अपनी किताब उनके घर भूल आए. अगले कुछ दिनों में परीक्षा शुरू होने वाली थी इसलिए तिलक मेहता को वह किताब चाहिए थी। जब उन्होंने कूरियर एजेंसी से बात की तो पता लगा कि किताब से महंगा उसका कोरियर चार्ज हो रहा है। इतने पैसे खर्च करने के बाद भी उन्हें 1 दिन में किताब की डिलीवरी नहीं मिली। बस यहीं से तिलक मेहता को बिजनेस का आइडिया आया।

इस तरह शुरू हो गई कंपनी

तिलक मेहता ने अपने पिता के साथ अपनी कारोबारी योजना की चर्चा की और उन्होंने कोरियर सर्विस शुरू करने का पूरा प्लान तैयार किया। पिता ने तिलक मेहता को पेपर एन पार्सल शुरू करने के लिए फंड दिया

 फिर उनकी मुलाकात बैंक अधिकारी घनश्याम पारिख से करवाई, जिन्होंने तिलक के बिजनेस में निवेश किया। तिलक मेहता का कारोबारी आइडिया सुनकर पारिख ने बैंक की नौकरी छोड़कर Paper n Parcel बिजनेस ज्वाइन कर लिया। दोनों ने मिलकर पेपर एंड पार्सल कोरियर सर्विस शुरू कर दिया। तिलक मेहता ने अपनी कंपनी का नाम पेपर एन पार्सल रखा और घनश्याम को कंपनी का सीईओ बना दिया।

कंपनी में काम करते हैं 200 कर्मचारी

₹100 करोड़ के सालाना कारोबार वाली कंपनी पेपर एन पार्सल में आज 200 से ज्यादा लोग काम करते हैं और तिलक मेहता देश के सबसे युवा उद्यमी बन चुके हैं. तिलक मेहता की कंपनी पेपर एन पार्सल एक डिलीवरी सर्विस कंपनी है जो हर तरह की जरूरी चीज, रोजाना के उपयोग की चीजें डिलीवर करती है. तिलक मेहता ने 4 सालों में अपने कारोबार को उस मुकाम पर पहुंचा दिया कि उन्हें सबसे सफल युवा उद्यमी का दर्जा दिया जाने लगा है। पेपर एन पार्सल एक ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म है जो शिपिंग और लॉजिस्टिक्स से संबंधित सेवाएं देता है। Tilak Mehta की कंपनी अपने मोबाइल ऐप के जरिए लोगों को डोरस्टेप सर्विस मुहैया कराती है। कंपनी से 200 कर्मचारी और 300 से ज्यादा डब्बावाले जुड़े हुए हैं।

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