– 

Bengali
 – 
bn

English
 – 
en

Gujarati
 – 
gu

Hindi
 – 
hi

Kannada
 – 
kn

Malayalam
 – 
ml

Marathi
 – 
mr

Punjabi
 – 
pa

Tamil
 – 
ta

Telugu
 – 
te

Urdu
 – 
ur

होम

वीडियो

वेब स्टोरी

इस बार गणतंत्र दिवस परेड में नहीं दिखेंगी पंजाब, पश्चिम बंगाल और दिल्ली की झांकियां

IMG 20231231 WA0018

Share this:

National top news, new Delhi top news, national news, national update, national news : इस बार कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी को निकलनेवाली गणतंत्र दिवस परेड में पंजाब, पश्चिम बंगाल और दिल्ली की झांकियां नहीं दिखेंगी। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को साफ किया है कि इन राज्यों की झांकियों का गणतंत्र दिवस की थीम के अनुरूप न होने की वजह से चयन नहीं किया गया है। इस बार जिन राज्यों की झांकियों को नहीं चुना गया है, उन्हें 23-31 जनवरी के दौरान लाल किला पर होनेवाले ‘भारत पर्व’ में अपनी झांकी प्रदर्शित करने का मौका दिया जायेगा। गणतंत्र दिवस परेड में पंजाब, दिल्ली और पश्चिम बंगाल की झांकियों को शामिल नहीं किये जाने की बाबत रक्षा मंत्रालय ने रविवार को स्पष्ट किया कि झांकियों का चयन करने के लिए पहले से ही एक प्रणाली है, जिसके अनुसार रक्षा मंत्रालय सभी राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों (यूटी), केन्द्रीय मंत्रालयों और विभागों से झांकी के लिए प्रस्ताव आमंत्रित करता है।

समिति करती है फैसला

झांकी के लिए मिले प्रस्तावों का मूल्यांकन विशेषज्ञ समिति की कई दौर की बैठकों में किया जाता है। इस समिति में कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला, कोरियोग्राफी आदि के क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं।रक्षा मंत्रालय के मुताबिक विशेषज्ञ समिति की बैठक के पहले तीन दौर में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया था। तीसरे दौर की बैठक के बाद पंजाब की झांकी को इस बार के विषयों के अनुरूप नहीं होने के कारण प्रस्ताव को आगे विचार के लिए आगे नहीं बढ़ाया जा सका। इसी तरह विशेषज्ञ समिति की बैठक के पहले दो दौर में पश्चिम बंगाल की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया था।

दूसरे दौर की बैठक के बाद पश्चिम बंगाल के प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सका

दूसरे दौर की बैठक के बाद पश्चिम बंगाल के प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सका। मंत्रालय की ओर से यह भी बताया गया कि पंजाब की झांकी को 2017 से 2022 तक छह बार, जबकि पश्चिम बंगाल की झांकी को 2016, 2017, 2019, 2021 और 2023 में यानी पांच बार गणतंत्र दिवस परेड के लिए चुना गया था। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि देश के सभी राज्यों के साथ समान व्यवहार किया जाना है, इसलिए यह आवश्यक है कि अन्य राज्यों को भी अपनी झांकियां प्रदर्शित करने का अवसर दिया जाना चाहिए। भारत सरकार सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल करने के लिए तीन साल का कार्यक्रम तैयार कर रही है, जिसे उन सभी के साथ साझा किया जायेगा।

केवल 15-16 राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड में झांकी प्रस्तुत करने के लिए चुना गया

 देश के 30 राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों में से केवल 15-16 राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड में अपनी झांकी प्रस्तुत करने के लिए अंतिम रूप से चुना गया है।

मंत्रालय की ओर से यह भी बताया गया है कि पंजाब और दिल्ली ने भारत सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं, जिसके अनुसार उन्हें अगले तीन साल में एक बार मौका दिया जाना है। इस वर्ष दोनों राज्यों की झांकियां शामिल नहीं की गई हैं। इस बार जिन राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों को गणतंत्र दिवस परेड के लिए नहीं चुना गया है, उन्हें 23-31 जनवरी के दौरान लाल किले में होनेवाले भारत पर्व में अपनी झांकी दिखाने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।

Share this:




Related Updates


Latest Updates