Health tips, Lifestyle: अगर आप शारीरिक रूप से तंदुरुस्त नहीं हैं, तो मानसिक रूप से भी स्वस्थ नहीं हो सकते। कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग बसता है। इसका मतलब है कि आपको दिमागी तौर पर एक्टिव रहने के लिए शारीरिक रूप से भी एक्टिव रहने की अवस्था में रहना जरूरी है। आज के हाईटेक दौर में यह प्रॉब्लम है कि कई कारणों से तनाव के दौर से गुजर कर व्यक्ति पहले मानसिक रूप से परेशान होता है, उसके बाद शारीरिक रूप से भी कमजोर होने लगता है। मानसिक और शारीरिक रूप से एक्टिव रहने के लिए 8 घंटे की नींद जरूरी है। अगर आपको 8 घंटे की ठीक से नींद नहीं आ रही है तो समझिए कोई बड़ा प्रॉब्लम है और उससे निजात पाना जरूरी है।
एसिडिटी और इन्फ्लेशन की समस्या
डॉक्टरों की राय में नींद का शरीर में इंफ्लेमेशन पर भी असर पड़ता है। जब आप सही और अच्छी नींद लेते हैं मतलब जब आप 8 घंटे सोते हैं, तो शरीर की सेल्स और टिश्यूज रीजेनरेट करती है। इसलिए रोजाना 8 घंटे की नींद जरूर लें और समय पर सोएं और समय पर जागें। इस अनुशासन में गड़बड़ी आने पर सबसे पहले एसिडिटी और इन्फ्लेशन की समस्या खड़ी होती है।
पेट की गड़बड़ी और सूजन
एसिडिटी यानी शरीर में गैस का बनना और इंफ्लेमेशन यानी की सूजन होना एक आम समस्या बन चुकी है। इंफ्लेमेशन होने की वजह से कई तरह की हेल्थ इश्यूज हो सकती हैं। इंफ्लेमेशन होने पर व्यक्ति मोटा दिखाई देता है। हमें ऐसा लगता है कि शरीर में चर्बी बढ़ गई है। लेकिन, यह समस्या इंफ्लेमेशन भी हो सकती है। एसिडिटी दूर करने के लिए अधिक से अधिक पानी पीना जरूरी है।
इन लक्षणों से रहें सावधान, अपनाएं यह जीवन शैली
एक्सपर्ट बताते हैं कि जब शरीर में इंफ्लेमेशन होती है, तो इसके शरीर में कई लक्षण नजर आते हैं। अगर आपको स्किन से जुड़ी समस्याएं हैं, थकावट, जोड़ों में दर्द और हमेशा ब्लोटिंक के साथ सूजन बनी रहती है। तो यह इस ओर संकेत कर सकता है कि आपके शरीर में इंफ्लेमेशन है। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो आपको सिल्वर के गिलास में रखा हुआ पानी पिएं। क्योंकि चांदी में विशेष गुण पाए जाते हैं, जो शरीर के विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में सहायता करते हैं। साथ ही यह सूजन को भी कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा आपको अपनी डाइट में हल्दी और काली मिर्च शामिल करें। यह शरीर के अंदर की सूजन को कम करने व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को नष्ट करने में सहायता करते हैं।