Health tips, Lifestyle: बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों-हड्डियों के दर्द की समस्या बढ़ने लगती है। 45-50 की उम्र में लोगों में गठिया (ऑर्थराइटिस) का खतरा काफी बढ़ने लगता है। इसकी परेशानी की वजह से लोगों का चलना-उठना, प्रतिदिन के कार्य करने में मुश्किलें बढ़ने लगती हैं। गठिया और जोड़ों की दिक्कत किसी को भी हो सकती है ; चाहे पुरुष हो या फिर महिला। लेकिन, एक स्टडी में पता चला है कि गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल परिवर्तन के कारण महिलाओं में इसका खतरा अधिक हो सकता है। एक अध्ययन के मुताबिक, भारत में 60 से अधिक उम्र की हर तीन में से एक महिला गठिया से पीड़ित हो सकती है। लेकिन, अब 20 से 30 की उम्र में भी इसका जोखिम बढ़ता जा रहा है। आइए, जानते हैं गठिया के दर्द से कैसे राहत पायी जा सकती है।
गर्म और ठंडी सेंकाई करें
यदि आप गठिया की समस्या से परेशान हैं, तो आपको गर्म और ठंडी सेंकाई से राहत मिल सकती है। गर्म पानी की थैली हीट पैड या गर्म तैलिया से जोड़ों की सेंकाई कर सकते हैं। मांसपेशियों को आराम मिलता है और यह दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं, आप बर्फ की थैली को जोड़ों पर लगाने से सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। ऑर्थराइटिस के रोगियों को डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से इस उपयोग को प्रयोग में लाना चाहिए।
आहार में शामिल करें एंटी-इन्फ्लेमेटरी चीजें
एंटी-इन्फेलेमटेरी चीजें सूजन को कम करने में मदद करती है। हल्दी और अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो सूजन और दर्द को कम करती है, इस तरह से अदरक का उपयोग भी सूजन को कम करने के लिए किया जाता रहा है। रोजाना एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिला कर पीने से गठिया रोगियों को आराम मिल सकता है।
जरूर करें व्यायाम
नियमित रूप से हल्के स्तर के व्यायाम और योग करने की आदत बनायें। जोड़ों में लचीलापन बढ़ाने और दर्द को कम करने में इससे आराम मिलता है। एक्सरसाइज, वॉकिंग और तैराकी जैसे भी मददगार हो सकती है। बहुत अधिक समय तक बैठे रहने से बचें। रोजाना वॉक करने से ऑर्थराइटिस की समस्या में लाभ होता है।