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Jharkhand: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 827 स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को सौंपा नियुक्ति पत्र

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Ranchi news, Jharkhand news , education news : राज्य में बड़े पैमाने पर नियुक्तियों की प्रक्रिया जारी है। कई विभागों में नियुक्ति हो चुकी है, तो कई पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।  इसी कड़ी में आज आपके बीच नियुक्ति पत्र का वितरण हो रहा है।  आपसे उम्मीद है कि एक शिक्षक के रूप में आप बच्चों का भविष्य संवारने के साथ राज्य के विकास में अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करेंगे। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन सोमवार को डॉ. रामदयाल मुंडा फुटबॉल स्टेडियम, मोरहाबादी, रांची में आयोजित शिक्षक नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने माध्यमिक विद्यालयों के लिए चयनित स्नातक प्रशिक्षित 827 शिक्षकों में से 24 शिक्षकों को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया। 

पहली बार नियुक्ति नियमावली से हो रहीं नियुक्तियां 

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अलग राज्य गठन के दो दशक से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन कभी नियुक्ति नियमावली नहीं बन सकी। इस वजह से पहले जो भी नियुक्तियां हुईं, वे विवादों के घेरे में आती रहीं। मामला न्यायालयों में पहुंचा। इस वजह से नियुक्तियों में तो विलम्ब हुआ ही, साथ ही भ्रष्टाचार की बातें भी लगातार सामने आयीं। हमारी सरकार पहली बार नियुक्ति नियमावली बना कर विभिन्न विभागों में खाली पदों पर नियुक्तियां कर रही है। जेपीएससी का रिजल्ट रिकॉर्ड समय में जारी हुआ और इसमें 32 ऐसे अधिकारी बने, जो बीपीएल श्रेणी से आते हैं। यह इस बात का गवाह है कि जेपीएससी की परीक्षा में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता बरती गयी और कहीं कोई विवाद पैदा नहीं हुआ। 

निजी क्षेत्र में भी नौकरी के खुले द्वार

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में तो नियुक्तियों का दौर चल ही रहा है। डॉक्टर, इंजीनियर, पशु चिकित्सक, आयुष चिकित्सक, कृषि पदाधिकारी, खेल पदाधिकारी, पंचायत सचिव, नर्स और लिपिकों आदि के पदों पर नियुक्ति हो चुकी है। वहीं, रोजगार मेला लगा कर निजी संस्थानों और कम्पनियों में भी लगभग 34 हजार नौजवानों को आॅफर लेटर मिल चुका है। सरकार का प्रयास है कि यहां के नौजवानों को अपने पैरों पर खड़ा कर सकें।

जन भावनाओं के अनुरूप काम कर रही सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जन भावनाओं के अनुरूप पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। राज्य की जनता को विकास की कड़ियों से जोड़ा जा रहा है। गरीब, वंचित, दलित, महिला, युवा, किसान, मजदूर, समेत हर वर्ग और तबके के लोगों के आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।

सरकार जो कहती है, वह करती है 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जो कहती है, उसे निश्चित तौर पर पूरा करती है। मैं यह तो दावा नहीं करता कि राज्य की सारी समस्याओं का समाधान हो गया है। लेकिन, इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं। जनता की समस्याओं को विशेष प्राथमिकता के तौर पर दूर किया जा रहा है। यही वजह है कि हमारी सरकार से जनता की उम्मीदें और आकांक्षाएं भी काफी बढ़ रही हैं। हमारी सरकार तमाम चुनौतियों के बीच राज्य को नयी दिशा प्रदान करने का काम कर रही है।

पूर्वजों के सपनों को पूरा करने का प्रयास

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक लम्बे संघर्ष के बाद हमें अलग झारखंड राज्य मिला। लेकिन, हमारे पूर्वजों ने राज्य के सर्वांगीण विकास का जो सपना देखा  था, वह पिछले दो दशकों में पूरा नहीं हो सका। तमाम संसाधनों के बाद भी झारखंड की गिनती पिछड़े राज्यों में होती रही। लोगों की उम्मीदें लगातार टूटती रहीं। लेकिन, हमारी सरकार  पिछले 04 वर्षों से जिस तरह कार्य करती आ रही है, उससे विकास को एक नया आयाम मिल रहा है।

हमारी सरकार ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिये, जो आज देश के लिए मिसाल बन गये 

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने ऐसे कई ऐतिहासिक निर्णय लिये हैं, जो देश के लिए मिसाल बन गये हैं।  हम यहां के आदिवासी, दलितों, पिछड़े और अल्पसंख्यकों को विदेश में पढ़ाई के लिए शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप दे रहे हैं। यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के माध्यम से सभी बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को पेंशन दे रहे हैं।  ऐसे और भी कई निर्णय हैं, जो यहां के लोगों को सशक्त और आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।

प्रतिस्पर्द्धा का जमाना है, उसी अनुरूप बच्चों को शिक्षा देने की पहल

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रतिस्पर्द्धा का जमाना है। ऐसे में सरकारी विद्यालयों के बच्चे पीछे नहीं रह जायें, इसी को ध्यान में रख कर सरकारी विद्यालयों को निजी विद्यालयों की तर्ज पर अपग्रेड किया जा रहा है।  स्कूल आॅफ एक्सीलेंस खोले गये हैं। आदर्श विद्यालयों में शिक्षा की बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। सभी श्रेणी के विद्यालयों में आधारभूत संरचना मजबूत की जा रही है। बच्चों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा देने की पहल हो रही है। छात्रावासों का जीर्णोद्धार हो रहा है। हमारी कोशिश है कि सरकारी विद्यालयों के बच्चे भी आज के प्रतिस्पर्द्धात्मक युग में अपने को बेहतर साबित कर सकें। 

बच्चों की छिपी प्रतिभाओं को भी निखारें

मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि आप स्कूलों में पठन-पाठन के साथ बच्चों की छिपी प्रतिभाओं को पहचान कर उन्हें निखारने का काम करें। उन्होंने कहा कि कई बच्चे खेल, चित्रकला, गीत, नृत्य और संगीत जैसी विधाओं में प्रतिभा सम्पन्न होते हैं, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पाता है। ऐसे में आप उन्हें आगे लाने में अपनी अहम जिम्मेदारियां को जरूर निभायें।

जी गुरुजी एप्प की लॉन्चिंग

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा तैयार ‘जी गुरुजी एप्प’ को लॉन्च किया। इस एप्प के जरिये राज्य के सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थी डिजिटल कंटेंट के साथ आॅडियो-वीडियो माध्यम से  विद्यालय के अलावा अपने घर पर भी पढ़ाई कर सकते हैं।इस अवसर पर मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद डॉ. महुआ माजी, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव के रवि कुमार, प्राथमिक शिक्षा निदेशक नेहा अरोड़ा, एसपीडी निदेशक किरण पासी और माध्यमिक शिक्षा निदेशक सुनील कुमार समेत जिला प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे।

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