New Delhi news : लंबे समय से उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा होती रही कि योगी आदित्यनाथ को बदला जा सकता है, लेकिन अब तय हो गया है कि ऐसा नहीं होने वाला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार योगी को हाईकमान से हरी झंडी मिल गई है।
कमियों को सुधारने पर चर्चा
बता दें कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खराब प्रदर्शन को लेकर लगातार समीक्षा चल रही है। सीएम योगी ने केंद्र से राज्य स्तर पर समीक्षा की है। इस समीक्षा में जो सामने आया है उन कमियों को सुधारने पर चर्चा हुई है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से भी एक बयान सामने आया था और कहा गया था कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा।
केशव प्रसाद मौर्य की बयानबाजी पर रोक
सूत्रों के हवाले से ये खबर सामने आ रही है कि केशव प्रसाद मौर्य की बयानबाजी से केंद्रीय नेतृत्व खुश नहीं है। उन्हें पार्टी फोरम में ही बोलने को कहा गया है। दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रृजेश पाठक के कामकाज पर केंद्रीय नेतृत्व मंथन कर रहा है। सूत्रों के अनुसार दोनों को लेकर आगे चलकर कोई फैसला हो सकता है। केशव प्रसाद मौर्य की कार्यसमिति की बैठक या फिर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जो बातें कहीं उससे आलाकमान नाखुश है। अब यूपी में सूलह का फॉर्मूला सामने आ रहा है। इसके तहत आलाकमान से सीएम योगी को हरी झंडी मिलती नजर आई। इसके साथ ही 2027 का चुनाव उन्हीं के नेतृतव में लड़ा जाएगा, ऐसी बात तय मानी जा रही है।
सूत्रों के हवाले से ये खबर सामने आ रही है कि केशव प्रसाद मौर्य की बयानबाजी से केंद्रीय नेतृत्व खुश नहीं है। उन्हें पार्टी फोरम में ही बोलने को कहा गया है। दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रृजेश पाठक के कामकाज पर केंद्रीय नेतृत्व मंथन कर रहा है। सूत्रों के अनुसार दोनों को लेकर आगे चलकर कोई फैसला हो सकता है। केशव प्रसाद मौर्य की कार्यसमिति की बैठक या फिर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए जो बातें कहीं उससे आलाकमान नाखुश है। अब यूपी में सूलह का फॉर्मूला सामने आ रहा है। इसके तहत आलाकमान से सीएम योगी को हरी झंडी मिलती नजर आई। इसके साथ ही 2027 का चुनाव उन्हीं के नेतृतव में लड़ा जाएगा, ऐसी बात तय मानी जा रही है।