National News Update, New Delhi Indian Trains As Life Line , Know Expenditure To Make A Train & On Vande Bharat Train : भारतीय रेलवे को लाइफलाइन कहा जाता है, क्योंकि यह हर वर्ग के लोगों के जीवन से जुड़ा हुआ है। देश में आज के समय में 15 हजार ट्रेने चलाई जा रही हैं। इनमें से कई ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। क्या आप जानते हैं एक ट्रेन को बनाने के लिए भारतीय रेलवे को कितना खर्च करना पड़ता है। नहीं तो आज जरूर जान लीजिए। अन्य ट्रेनों के साथ एक वंदे भारत ट्रेन को बनाने में लगने वाले खर्च की भी हम जानकारी दे रहे हैं।
जैसी ट्रेन उसे बनाने में उसी के अनुसार खर्च
ट्रेनों में मिलने वाली सुविधाएं, आधुनिकरण और उसमें एसी के डिब्बों की संख्या के आधार पर उनकी लागत बदलती है। 19 बोगियों वाली अमृतसर शताब्दी को बनाने में रेलवे को 60 करोड़ रुपये रुपये लगते हैं। वंदे भारत ट्रेन का संचालन अभी केवल 13 रूटों पर किया गया है। एक वंदे भारत ट्रेन को बनाने में भारतीय रेलवे को लगभग 120 करोड़ रुपये लग रहे हैं।
क्या बनाने में कितना खर्च
हम जानते हैं कि एक ट्रेन में जनरल, स्लीपर, थर्ड एसी, सेकेंड एसी और फर्स्ट एसी जैसे कई अलग-अलग कोच होते हैं। आपको जानकारी हैरानी होगी कि ट्रेन के केवल एक एसी कोच को बनाने में ही लगभग 2 करोड़ रुपये का खर्च आता है। स्लीपर कोच के लिए 1.5 करोड़ रुपये और एक जनरल कोच को बनाने में लगभग 1 करोड़ रुपये की लागत आती है। ट्रेन के इंजन की बात करें तो इसकी कीमत सबसे ज्यादा होती है। ट्रेन का एक इंजन लगभग 20 करोड़ रुपये में बनकर तैयार होता है। मतलब भारतीय रेलवे यदि 25 बोगियों वाली एक ट्रेन का निर्माण करेगा तो उसके लिए कम से कम 60-80 करोड़ रुपये की लागत लगेगी।