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Be Cautious :  आपका लाडला अगर मोबाइल या टीवी स्क्रीन पर 3 घंटे से अधिक गुजारे तो समझिए क्या होगा…

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New Research Reveals More Than 3 Hours On Screen Of Mobile & TV By Children, Very Negative, News Delhi :तकनीकी युग में हर दिन हो रहे नए-नए आविष्कार जहां हमारे जीने की राह को सरल बनाती जा रही है, वहीं कुछ मामले में इसके साइड इफेक्ट भी हैं। अगर आपने इसका सदुपयोग किया तो यह आपका बेहतर साथी साबित हो सकता है और अगर दुरुपयोग किया तो कई परेशानियां आपको अपनी गिरफ्त में ले सकती है।   टेक्नोलॉजी के इस दौर में आज बच्चे भी गैजेट फ्रेंडली हो गए हैं। वे मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे गैजेट्स के आदी हो गए हैं, जिसके अत्यधिक इस्तेमाल से बच्चों के मानसिक और शारीरिक सेहत को बहुत नुकसान पहुंच रहा है। अमरीका के कैलिफोर्निया स्थित मेमोरियल केयर ऑरेंज कोस्ट मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं के अनुसार अगर आपका बच्चा तीन घंटे से अधिक समय तक मोबाइल, टेलीविजन या फिर क्ंप्यूटर की स्क्रीन से चिपका रहता है तो सतर्क हो जाएं, यह उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। आइए जानें, इसका और साइड इफेक्ट …

– अगर कोई बच्चा दिनभर में तीन घंटे से ज्यादा स्क्रीन से चिपका रहता है तो उसकी आंखों पर तो असर होता ही है। इसके साथ ही बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य, सीखने-समझने, चीजें याद रखने व रिश्ते निभाने के लिहाज से ये उसके लिए सही नहीं है। वहीं जो लोग पांच से सात घंटे स्क्रीन के सामने काम करते रहते हैं। उनमें भी बेचैनी, उदासी जैसी चीजें काफी बढ़ जाती हैं। 

– मुख्य शोधकर्ता डॉक्टर जीना पोजनर के अनुसार अगर बच्चे स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताते हैं तो उनमें मोटापा बढ़ने का खतरा बना रहता है। उन्होंने मेयो क्लीनिक के उस अध्ययन का हवाला दिया, जिसमें स्क्रीन का इस्तेमाल हर दो घंटे बढ़ने पर मोटापे की आशंका में 23 प्रतिशत इजाफा होने की बात सामने आई थी।

– डॉक्टर पोजनर का कहना है कि स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन का उत्पादन बाधित करती है। इसकी वजह से बच्चों को नींद आने में काफी दिक्कतें होती हैं। साथ ही जब बच्चे सुबह उठते हैं तो वो उठने पर खुद को तरोताजा महसूस नहीं करते हैं, क्योंकि वो अधूरी नींद ले पाते हैं और इसका सीधा बुरा असर उनकी तार्किक क्षमता और याददाश्त पर पड़ता है। पोजनर ने सोने से दो घंटे पहले तक बच्चों को स्क्रीन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह है।

– 2018 में प्रकाशित एक ब्रिटिश अध्ययन का जिक्र करते हुए पोजनर ने बताया कि जो बच्चे घंटों तक स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं, उनमें पीठ दर्द, कमर दर्द, सिर दर्द जैसी कई दिक्कतें हो सकती है। जब बच्चे स्क्रीन देखते हैं तो वो अपना सिर झुका लेते हैं और इसकी वजह से उनकी रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त भार पड़ता है, जिसके कारण बच्चों को ये सब दिक्कतें होती हैं।

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