■ जिस नक्सली क्षेत्र में डर का माहौल रहता था, वहां अब ”बस्तर ओलंपिक” जैसे खेल कुंभ का आयोजन हो रहा है
New Delhi news : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशवाणी से प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 117वीं कड़ी में रविवार को कहा कि जिस नक्सली क्षेत्र में डर का माहौल रहता था, वहां अब ”बस्तर ओलंपिक” जैसे खेल कुंभ का आयोजन हो रहा है, जो खेल प्रतिभाओं को सामने लाकर देश मे बदलाव का सबसे बड़ा प्रतीक बन गया है। प्रधानमंत्री ने प्रयागराज कुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि यह न केवल विशाल और भव्य होगा, बल्कि अनेकता में एकता का संदेश देते हुए पूरे कुंभ क्षेत्र में पहली बार डिजिटल व्यवस्था का प्रदर्शन होगा।
अनेकता में एकता का संदेश देगा महाकुंभ
पीएम मोदी ने कहा कि अगले माह प्रयागराज में महाकुंभ हो रहा है जो देश की विविधता और भव्यता को प्रदर्शित कर ‘महाकुंभ का संदेश एक हो पूरा देश और गंगा की अविरल धारा न बंटे समाज हमारा’ का पूरा देश को संदेश देगा। उन्हेंने कहा कि इस बार प्रयागराज महाकुंभ न केवल विशाल और भव्य होगा, बल्कि अनेकता में एकता का संदेश देते हुए पूरे कुंभ क्षेत्र में पहली बार डिजिटल व्यवस्था का प्रदर्शन होगा।
उन्होंने कहा ‘अगले महीने 13 तारीख से प्रयागराज में महाकुंभ होने जा रहा है। इस समय वहां संगम तट पर जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। मुझे याद है अभी कुछ दिन पहले जब मैं प्रयागराज गया था, तो हेलिकॉप्टर से पूरा कुंभ क्षेत्र देखकर दिल प्रसन्न हो गया था। इतना विशाल, इतना सुंदर, इतनी भव्यता।
कुंभ की विशेषता इसकी विविधता में भी
महाकुंभ की विशेषता केवल इसकी विशालता में ही नहीं है, कुंभ की विशेषता इसकी विविधता में भी है। इस आयोजन में करोड़ों लोग एक साथ एकत्रित होते हैं। लाखों संत, हजारों परंपराएं, सैकड़ों संप्रदाय, अनेक अखाड़े, हर कोई इस आयोजन का हिस्सा बनता है। कहीं भेदभाव नहीं दिखता, कोई बड़ा नहीं होता, कोई छोटा नहीं होता। अनेकता में एकता का ऐसा दृश्य विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा। इसलिए हमारा कुंभ एकता का महाकुंभ भी होता है। इस बार का महाकुंभ भी एकता के महाकुंभ के मंत्र को सशक्त करेगा। मैं आप सबसे कहूंगा, जब हम कुंभ में शामिल हों, तो एकता के इस संकल्प को अपने साथ लेकर वापस आएं। हम समाज में विभाजन और विद्वेष के भाव को नष्ट करने का संकल्प भी लें।
गंगा की अविरल धारा, न बँटे समाज हमारा
कम शब्दों में कहूं-महाकुंभ का संदेश, एक हो पूरा देश। और अगर दूसरे तरीके से कहना है, तो मैं कहूंगा…गंगा की अविरल धारा, न बँटे समाज हमारा।” प्रधानमंत्री ने कहा ‘इस बार प्रयागराज में देश और दुनिया के श्रद्धालु डिजिटल महाकुंभ के भी साक्षी बनेंगे। डिजिटल नेविगेशन की मदद से आपको अलग-अलग घाट, मंदिर, साधुओं के अखाड़ों तक पहुंचने का रास्ता मिलेगा। यही नेविगेशन सिस्टम आपको पार्किंग तक पहुंचने में भी मदद करेगा। पहली बार कुंभ आयोजन में ”एआई चैटबोट” का प्रयोग होगा। इसके माध्यम से 11 भारतीय भाषाओं में कुंभ से जुड़ी हर तरह की जानकारी हासिल की जा सकेगी। इस चैटबोट से कोई भी टेक्स्ट टाइप करके या बोलकर किसी भी तरह की मदद मांग सकता है।”
आई पावर्ड कैमरों से कवर होगा पूरा क्षेत्र
उन्होंने कहा ”पूरा मेला क्षेत्र आई पावर्ड कैमरों से कवर किया जा रहा है। कुंभ में अगर कोई अपने परिचित से बिछड़ जाएगा, तो इन कैमरों से उन्हें खोजने में भी मदद मिलेगी। श्रद्धालुओं को डिजिटल आधारित खोया पाया केंद्र की सुविधा भी मिलेगी। श्रद्धालुओं को मोबाईल पर सरकार से मान्यता प्राप्त टूर पैकेज, ठहरने की जगह और होमस्टे के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। आप भी महाकुंभ में जाएं, तो इन सुविधाओं का लाभ उठाएं और हां एकता के महाकुंभ के साथ अपनी सेल्फी जरूर उपलोड करिएगा।
शुरुआत में नए साल की एडवांस में बधाई के साथ उन्होंने संविधान के 75 वर्ष की भी चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने फिल्मी हस्तियों जैसे मोहम्मद रफी, राज कपूर और अक्किनेनी नागेश्वर राव गारू के भी योगजान की सराहना की। यही नहीं पीएम ने देश में मलेरिया के खिलाफ सफल लड़ाई और कैंसर के इलाज की भारत में बढ़ी संभावनाओं पर भी जोर दिया।
एक खास वेबसाइट भी बनाई गई है
संविधान को विरासत से जोड़ने के लिए बनी वेबसाइट
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि देश के नागरिकों को संविधान की विरासत से जोड़ने के लिए http://constitution75.com नाम से एक खास वेबसाइट भी बनाई गई है। इसमें आप संविधान की प्रस्तावना पढ़कर अपना वीडियो अपलोड कर सकते हैं। अलग-अलग भाषाओं में संविधान पढ़ सकते हैं,संविधान के बारे में प्रश्न भी पूछ सकते हैं। ‘मन की बात’ के श्रोताओं से,स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से,कॉलेज में जाने वाले युवाओं से मेरा आग्रह है,इस वेबसाइट पर जरूर जाकर देखें, इसका हिस्सा बनें।
मोदी ने कहा कि दुनिया के मशहूर मेडिकल जर्नल लांसेट की स्टडी वाकई बहुत उम्मीद बढ़ाने वाली है। इस जर्नल के मुताबिक अब भारत में समय पर कैंसर का इलाज शुरू होने की संभावना काफी बढ़ गई है। समय पर इलाज का मतलब है कि कैंसर मरीज का इलाज 30 दिनों के भीतर ही शुरू हो जाना और इसमें बड़ी भूमिका निभाई है ‘आयुष्मान भारत योजना’ ने।
मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती रही बीमारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मलेरिया की बीमारी चार हजार वर्षों से मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती रही है। आजादी के समय भी यह हमारी सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक थी। आज, मैं संतोष से कह सकता हूं कि देशवासियों ने मिलकर इस चुनौती का दृढ़ता से मुकाबला किया है।
पीएम ने कहा कि ये हमारे लिए बहुत गर्व की बात है कि दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल है और हर हिन्दुस्तानी को इसका गर्व है। दुनियाभर के देशों में इसे सीखने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले महीने के आखिर में फिजी में भारत सरकार के सहयोग से तमिल टीचिंग प्रोग्राम शुरू हुआ। बीते 80 वर्षों में यह पहला अवसर है,जब फिजी में तमिल के ट्रेंड टीचर्स इस भाषा को सिखा रहे हैं।