Indian currency (भारतीय रुपया) पके आम की तरह लगातार टप-टप गिर रहा है। गत एक सप्ताह में शायद ही किसी दिन डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया खड़ा हुआ हो। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चिंताजनक स्थिति है। 17 मई को फिर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरकर रिकॉर्ड सार्वकालिक निम्न स्तर पर पहुंच गया। आज 14 पैसे गिरकर भारतीय रुपया एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.69 पर पहुंच गया।
कई कारण हैं इस गिरावट के
अमेरिका में मौद्रिक नीति दरों के सख्त होने की उम्मीद से भी रुपये पर असर पड़ा है, क्योंकि विकसित बाजारों में किसी भी तरह की वृद्धि आमतौर पर उभरते बाजारों से फंड के आउटफ्लो के साथ होती है, ताकि उच्च रिटर्न जमा किया जा सके। वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा सामान्य नीति शुरू करने के बाद रुपये पर दबाव रहा है और पिछले हफ्ते आरबीआई ने भी प्रमुख ब्याज दरों में इजाफा करना शुरू कर दिया था। इसके अलावा, वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी भी रुपये में गिरावट का एक कारण है।