KBC, Amitabh Bachchan, AI, Talking About, Fear, Entertainment : कौन बनेगा करोड़पति (KBC) क्विज कार्यक्रम लंबे समय से सोनी टीवी पर चलता है। इसकी खासियत अमिताभ बच्चन हैं। बॉलीवुड के शहंशाह और बिग बी के नाम से जाने जाने वाले सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने KBC के ऐपिसोड के दौरान अपने एक डर का खुलासा किया। अमिताभ बच्चन ने कहा कि उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से डर लगता है। AI इन दिनों हर किसी की जुबान पर है। स्मार्टफोन में AI ने अपनी जगह बना ली है। धीरे धीरे अब यह हमारी जिंदगी के अन्य हिस्सों में भी शामिल होने लगेगा। टेक्नोलॉजी के इस युग में AI के माध्यम से बड़ा बदलाव आने वाला है। इस बात पर भी चर्चा गर्म है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नौकरियां कम कर देगा। आदमी का हर काम खुद करने लगेगा। सवाल यह होता है कि क्या अमिताभ बच्चन को भी ऐसा ही डर सता रहा है। जानिए, उन्होंने अपने इस डर का कारण क्या बताया।
होलोग्राम बनाने की बात
कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम के दौरान अमिताभ बच्चन ने कहा कि कहीं AI उनकी नौकरी भी न छीन ले! आपने भी देखा कि होगा कई टीवी चैनलों पर AI अवतार बात करते नजर आते हैं। कई न्यूज चैनलों पर एंकरों की बजाय अब AI अवतार बोलता नजर आता है। अमिताभ बच्चन ने भी इसी डर को जाहिर किया और कहा कि कहीं उनका भी होलोग्राम न बना दिया जाए, और उनका काम ही उनसे छीन लिया जाए!
AI कहीं उनकी नौकरी भी ना छीन ले
दरअसल ये बात शुरू हुई एक कंटेस्टेंट के साथ गेम खेलते हुए। कंटेस्टेंट ने बातचीत के दौरान कह दिया कि आने वाले समय में AI रचनात्मक क्षेत्र यानी कि क्रिएटिव फील्ड में काम करने वाले लोगों की नौकरी भी खा जाएगा। इसी पर अमिताभ बच्चन ने भी कह दिया कि फिर तो उनको भी डर है कि कहीं AI उनकी नौकरी भी न छीन ले! कंटेस्टेंट ने बिग बी से कहा कि उनकी जगह शो में उनका होलोग्राम भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
मजाकिया अंदाज में बिग बी ने कहा
यह कंटेस्टेंट अहमदाबाद के चिराग अग्रवाल थे जिन्होंने AI की बात छेड़ी थी। हालांकि अमिताभ बच्चन ने अपना डर मजाकिया तौर पर ही बताया था। उनकी बातें लोगों के मनोरंजन के लिए ही कही गईं लग रही थीं। होलोग्राम एक तरह की आधुनिक इमेजिंग तकनीक है जिसमें किसी भी वस्तु को वर्चुअल रूप में कई एंगल से देखा जा सकता है। इसे देखकर ऐसा आभास होता है कि वह वस्तु, प्राणी या आदमी हमारे सामने साक्षात खड़ा है। दुनिया में AI की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है। हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 तक दुनिया भर में AI मार्केट 390 बिलियन डॉलर के कैपिटल तक पहुंच सकती है।