● पीएम मोदी ने जलगांव में 11 लाख नयी लखपति दीदियों को किया सम्मानित
● 2500 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड किया जारी
● स्व-सहायता समूहों को मिलेगा लाभ
Mumbai News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन में शामिल हुए। इसमें पीएम मोदी ने 11 लाख नयी लखपति दीदियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कई ‘लखपति दीदियों’ से बातचीत भी की। पीएम मोदी ने 2,500 करोड़ रुपये का एक रिवॉल्विंग फंड भी जारी किया, जिससे 4.3 लाख स्व-सहायता समूहों के करीब 48 लाख सदस्यों को लाभ मिलेगा। कोलकाता ट्रेनी महिला डॉक्टर रेप-मर्डर मामले का जिक्र कर रहे पीएम मोदी ने कहा, ‘महिलाओं की सुरक्षा बहुत जरूरी है। प्रत्येक राज्य सरकार से मैं एक बार फिर कहूंगा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध माफी योग्य नहीं हैं। दोषी कोई भी क्यों न हो, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए।’
‘सखी मंडलों के लिए 06 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि जारी‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज इस महासम्मेलन में मेरी बहनें यहां बड़ी संख्या में मौजूद हैं। यहां से देशभर के लाखों सखी मंडलों के लिए 06 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि जारी की गयी है। मेरी सभी माताओं-बहनों को बहुत-बहुत शुभेच्छा। महाराष्ट्र में माताओं-बहनों के लिए, नौजवानों और किसानों के लिए एक से बढ़ कर एक स्कीम, नयी-नयी योजनाएं चलायी जा रही हैं। लखपति दीदी बनाने का यह अभियान, सिर्फ बहनों-बेटियों की कमाई बढ़ाने का ही अभियान नहीं है; यह पूरे परिवार को, आनेवाली पीढ़ियों को सशक्त कर रहा है। यह गांव के अर्थतंत्र को बदल रहा है।
उन्होंने आगे कहा, ‘पहले देश की करोड़ों बहनों के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं होती थी। अगर उन्हें बैंक से लोन लेना होता था, तो उनको मिल ही नहीं सकता था। इसलिए आपके इस भाई (मोदी) ने, आपके बेटे ने एक संकल्प लिया है। मैंने तय किया कि कुछ भी हो जाये, मेरे देश की माताओं, बहनों और बेटियों की हर मुश्किल को कम करके ही रहूंगा। इसलिए मोदी सरकार ने एक के बाद एक महिला हित में कई फैसले लिये हैं।’
‘पोलैंड के लोग, महाराष्ट्र के लोगों का बहुत सम्मान करते है‘
अपनी पोलैंड यात्रा का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पोलैंड के लोग, महाराष्ट्र के लोगों का बहुत सम्मान करते हैं। वहां की राजधानी में एक कोल्हापुर मेमोरियल है। पोलैंड के लोगों ने यह मेमोरियल, कोल्हापुर के लोगों की सेवा और सत्कार की भावना को सम्मान देने के लिए बनाया है। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान, पोलैंड की हजारों माताओं और बच्चों को कोल्हापुर के राज परिवार ने शरण दी थी।
‘कृषि और डेयरी से लेकर, स्टार्ट अप्स क्रांति तक बेटियां कर रही हैं बिजनेस’
विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आज चुनौती देता हूं, पहले की सरकारों के सात दशक एक तरफ रख लीजिए और दूसरी तरफ मोदी सरकार के दस साल रख लीजिए, जितना काम मोदी सरकार ने किया है, वह आजादी के बाद किसी सरकार ने नहीं किया है। यह हमारी सरकार ने तय किया कि जो गरीबों के घर सरकार बनाती है, तो वह महिलाओं के नाम पर रजिस्टर्ड हों। अभी तक 04 करोड़ घर बने हैं, वे अधिकतर महिलाओं के नाम पर ही हैं। 03 करोड़ और घर बनानेवाले हैं, इनमें से भी अधिकतर घर हमारे माताओं-बहनों के नाम पर ही होंगे। गांव में कृषि और डेयरी सेक्टर से लेकर, स्टार्ट अप्स क्रांति तक, आज बड़ी संख्या में बेटियां बिजनेस कर रही हैं।’ पीएम मोदी ने कहा कि आज सवा लाख से अधिक बैंक सखियां, गांव-गांव बैंकिंग सेवाएं दे रही हैं। अब हम बहनों को ड्रोन पायलट भी बना रहे हैं, ताकि वे ड्रोन से आधुनिक खेती करने में किसानों की मदद कर पायें। आधुनिक खेती और प्राकृतिक खेती के लिए हम नारीशक्ति को नेतृत्व दे रहे हैं, इसके लिए हमने कृषि सखी कार्यक्रम शुरू किया है।
जलगांव में महिलाओं ने प्रधानमंत्री मोदी का किया स्वागत
जलगांव में महिलाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया, जिसके बाद उन्होंने कुछ स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सदस्यों से बातचीत की। स्वयं सहायता समूह पशुधन क्षेत्र में सक्रिय हैं, जबकि अन्य कृषि सखी और नमो ड्रोन दीदी जैसी सरकारी योजनाओं में काम कर रही हैं। योजनाओं को क्रियान्वित करनेवाले अधिकारियों ने कहा कि स्वयं सहायता समूह कौशल प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकताओं को पूरा करने और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में मदद मिलती है।