New Delhi news : राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने साइबरपीस फाउंडेशन के सहयोग से अपने परिसर में ‘डिजिटल शक्ति केन्द्र’ की शुरुआत की। डिजिटल शक्ति केन्द्र का उद्देश्य महिलाओं को लक्षित साइबर अपराधों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और शिकायतों को दर्ज करने और सम्बोधित करने के लिए आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान करना है। केंद्र का आधिकारिक उद्घाटन करते हुए एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि साइबर स्टॉकिंग और यौन शोषण जैसे साइबर अपराधों में चिन्ताजनक वृद्धि के साथ, यह पहल महिलाओं को डिजिटल दुनिया में नेविगेट करने और खुद की सुरक्षा करने के लिए सशक्त बनाने में महत्त्वपूर्ण है।
साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे
लॉन्च के दौरान अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि भारत में साइबर अपराध के मामलों में वृद्धि हुई है, जो 2021 में 52,974 से बढ़ कर 2022 में 65,893 हो गयी है। 2023 में, आयोग ने 608 शिकायतें दर्ज कीं, जो कुल शिकायतों का 2.2 प्रतिशत थी। 01 अगस्त, 2024 तक, 386 शिकायतें दर्ज की गयी हैं, जो कुल का 2.5 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यू ने महिलाओं को रिपोर्टिंग तंत्र, डेटा गोपनीयता और प्रौद्योगिकी के उपयोग पर शिक्षित करने के लिए जून 2018 में डिजिटल शक्ति अभियान शुरू किया। इस पहल ने महिलाओं को साइबर अपराधों के खिलाफ खड़े होने और अपने डिजिटल प्लेटफार्म को बिना किसी समस्या के इस्तेमाल करने के लिए सशक्त बनाया है। यह अभियान प्रत्यक्ष सत्रों के माध्यम से 6.86 लाख नेटिजन्स और आनलाइन 2.67 करोड़ से अधिक व्यक्तियों तक पहुंच गया है।