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Parliament election 2024 : NDA में फिर शामिल हो सकता BJD, कांग्रेस को लग सकता है झटका

Parliament election 2024 : NDA में फिर शामिल हो सकता BJD, कांग्रेस को लग सकता है झटका

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Parliament election 2024: BJD may rejoin NDA, both parties start efforts, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए ओडिशा में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) के साथ गठबंधन कर सकती है। इसके लिए दोनों दलों ने कवायत शुरू कर दी है। भाजपा के साथ सीट बंटवारे और गठबंधन की अटकलों के बीच बीजू जनता दल (BJD) के नेता ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के भुवनेश्वर स्थित आवास पर एक मुलाकात कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहल पर गठबंधन किया जा रहा है। बता दें कि ओडिशा में लोकसभा की  21 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेडी ने 12 सीटें जीतीं थीं। वहीं भाजपा ने 8 सीटें जीती थीं। पिछले चुनाव में यहां कांग्रेस को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था। 

मोदी ने राज्य सरकार पर हमला से किया था परहेज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो मंगलवार को ओडिशा में थे ने  ओडिशा की नवीन पटनायक की सरकार पर किसी तरह की बात कहने से बचते दिखे। मोदी के इस व्यवहार के साथ ही भाजपा और बीजेडी के बीच गठबंधन की अटकलें भी तेज हो गईं थीं। हालांकि बीजेपी और बीजेडी दोनों ही पार्टियों ने अब तक गठबंधन को लेकर किसी तरह की अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वैसे अंदर खाने में दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर सक्रियता बढ़ गई है। अगर दोनों दलों के बीच लोकसभा चुनाव 2024 में गठबंधन होता है तो कांग्रेस को यहां नुकसान उठाना पड़ सकता है। कांग्रेस मुक्त भारत के नारे को सही साबित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की पहल क्या रंग लाती है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

हमेशा केंद्र से अच्छे संबंध रहे हैं नवीन पटनायक के

केंद्र सरकार में चाहे यूपीए हो या एनडीए, दोनों के साथ बीजेपी के संबंध स्थिर रहे हैं। इससे उड़ीसा को काफी फायदा भी होता आया है। इसी कारण नवीन पटनायक को वहां की जनता सर आंखों पर बैठाए रखती है। अब तक के आकलन से पता चलता है कि मोदी और पटनायक एक- दूसरे के प्रतिद्वंद्वी नहीं हैं। दोनों के बीच अच्छे संबंध हैं। लेकिन ओडिशा में बीजेपी ने बीजेडी के वोटों में सेंध लगा चुकी है। दोनों पार्टियां भी हमेशा एक-दूसरे की प्रतिद्वंद्वी नहीं थीं। 1997 में पिता की मौत के बाद नवीन पटनायक ने राजनीति में प्रवेश किया और उपचुनाव जीता। जब एक साल बाद जनता दल विभाजित हो गया तो नवीन पटनायक ने अपनी पार्टी बनाई और केंद्र में तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में केंद्रीय इस्पात और खान मंत्री बने। इससे नई क्षेत्रीय पार्टी बीजेडी की राजनीतिक शुरुआत हुई, जो आज तक ओडिशा पर शासन कर रही है। बाद में 2000 में, बीजद और भाजपा ने ओडिशा में गठबंधन सरकार बनाई, जिसमें पटनायक सीएम बने। भाजपा के साथ गठबंधन में, पटनायक ने 1998, 1999 और 2004 में तीन लोकसभा चुनाव और साथ ही 2000 और 2004 में दो विधानसभा चुनाव भी लड़े। 2008 में दोनों दलों के बीच गठबंधन टूट गया।

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