केरल में बंधक बनाए गए जरमुंडी की पांच महिला समेत आठ मजूदरों को दुमका पुलिस ने मुक्त करा लिया है। 26 जून को इन मजदूरों को केरल के पलानी शहर में एक कमरे में बंद कर दिया गया था। सबके मोबाइल ले लिए गए थे। इस बीच एक मजदूर ने मोबाइल छिपा लिया था। उससे ही उसने घर वालों को सूचना दी। इसके बाद दुमका पुलिस ने केरल पुलिस से संपर्क किया। और सबको मुक्त कराया गया। शनिवार को सभी मजदूर दुमका वापस आ गए।
हर साल मई में काम के लिए मजदूर जाते हैं केरल
उपराजधानी दुमका के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नूर मुस्तफा अंसारी ने बताया कि जरमुंडी की पेटसार पंचायत के असवारी गांव के लोग हर साल मई में काम के लिए केरल जाते रहे हैं। बीते सात मई को शांति हांसदा, सुनीता किस्कू, महादेव मुर्मू, फूलमनि मुर्मू, सुखी सोरेप, प्रमिला सोरेन समेत अन्य को अगस्टीन मुर्मू अपने साथ ले गया था और वहां बिस्किट कारखाने में काम पर लगा दिया, परंतु उन्हें काम पसंद नहीं आया, सभी लौटना चाहते थे। इस बीच मेट के कहने पर बीते 26 जून को सबको केरल के पलानी शहर ले जाया गया और वहां एक कमरे में बंद कर दिया गया।