प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। उसने मंगलवार को शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत का दादर स्थित घर और अलीबाग में मौजूद 8 भूखंड जब्त कर लिया है। ईडी की यह कार्रवाई मुंबई में पत्राचाल पुनर्वास प्रोजेक्ट की मनी लॉड्रिंग के एंगल से की गई है। ईडी ने इस मामले में आज ही अदालत में आरोपित प्रवीण राऊत के विरुद्ध आरोपपत्र भी पेश किया है।
संजय रावत बोले- मेरी कोई संपत्ति नहीं
इधर मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा कि मेरी कोई संपत्ति नहीं है। दादर में मेरा घर और अलीबाग में जमीन जो एक एकड़ से भी कम है, उसे संपत्ति कहना ठीक नहीं है। इतना तो एक आजीवन नौकरी करने वाला के पास रहता ही है। यह सब मैंने अपनी मेहनत के पैसे से 2009 में खरीदी थी। ईडी ने जब्ती से पहले कोई नोटिस नहीं भेजा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने उन्हें कहा था महाविकास आघाड़ी सरकार को गिराने में मदद करो, नहीं तो इसकी कीमत चुकानी होगी। हम झुके नहीं। यह कार्रवाई भाजपा के इशारे पर ईडी ने की है। इसकी सूचना हमने राज्यसभा के चेयरमैन को दी है। ऐसी कार्रवाई से हम डरने वाले नहीं हैं। संजय राऊत ने कहा कि जो हो रहा है, अच्छे के लिए ही होता है, असत्यमेव जयते।
ईडी को संजय रावत से पूछताछ भी करनी चाहिए
मामले में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष किरीट सोमैया ने कहा कि पत्राचाल के आरोपित प्रवीण राउत से संजय राउत ने 55 लाख रुपये लिए थे, जिसे इस मामले की जांच के दौरान लौटा दिया था। आज ईडी ने जो आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया है, उसमें संजय राउत सहित 6 लोगों के नाम है। किरीट सोमैया ने कहा ईडी को यहीं तक नहीं रुकना चाहिए और संजय राउत सहित सभी से पूछताछ करना चाहिए।