Rajsthan (राजस्थान) में विधानसभा के चुनाव साल 2023 में होंगे। अभी कुछ दिन पहले ही भाजपा ने पांच राज्यों में हुए विधानसभा के चुनाव में 4 राज्यों में बंपर जीत हासिल कर जमकर जश्न मनाया। इन चारों राज्यों में अभी नए मुख्यमंत्रियों ने शपथ भी नहीं ली है। इसी बीच भाजपा के लिए राजस्थान से बुरी खबर आई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के 36 से ज्यादा कार्यकर्ता और नेता कांग्रेस में शामिल हो गए। इनका कहना है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विचारों से प्रभावित होकर वे कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं। कोटा उत्तर से विधायक और गहलोत कैबिनेट में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल की मौजूदगी में 36 से ज्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। अभी कई बीजेपी कार्यकर्ता कांग्रेस में आने को तैयार हैं। मौके पर शांति धारीवाल ने बताया कि आप सभी का देश की सबसे पुरानी पार्टी में स्वागत है।
बीजेपी में नहीं मिल रही थी इज्जत
बीजेपी का दामन छोड़कर आने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बताया कि पार्टी में उन्हें इज्जत नहीं दी जा रही थी। उनके काम को तव्वजो नहीं दिया जा रहा था। लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा था। प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की विचारधारा और संसदीय मंत्री धारीवाल के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर हम लोगों ने होली के बाद कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने का मूड बनाया था। इसे आज अंजाम तक पहुंचा दिया।
गुजरात कांग्रेस में टूट की थी आशंका, राजस्थान में अलग नजारा
बता दें कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार और सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने गुजरात कांग्रेस में टूट की आशंका जताई थी। संयम लोढ़ा ने ट्वीट कर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अगाह किया था कि गुजरात विधानसभा चुनाव 2022, BJP कांग्रेस के 10 विधायकों पर डोरे डाल रही है। हो सकता है डोरे डालने की प्रक्रिया अभी जारी हो पर उसके पहले ही राजस्थान में अलग किस्म का नजारा दिख गया और भाजपा के नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस के खेमे में आ गए।