Kurukshetra News : कभी-कभार किसी के साथ जिंदगी में ऐसे हादसे मुखातिब हो जाते हैं, जिसकी कल्पना किसी पल नहीं की जा सकती। हरियाणा के सोनीपत के एक प्रोफेसर के साथ शनिवार को ऐसा ही हादसा मुखातिब हुआ।
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, सोनीपत के रहमाणा गांव के चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर संदीप दो बेटियों और अपनी पत्नी के साथ कार में गांव जा रहे थे। संदीप व उसकी दोनों बेटियों की दिल्ली-अंबाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांव मोहड़ी के पास अपनी ही कार में आग लगने से मौत हो गई।
8 साल से पढ़ा रहे थे संदीप
संदीप सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे और पिछले आठ वर्षों से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहे थे। अभी दो हफ्ते पहले ही उन्होंने पीएचडी की पढ़ाई पूरी की थी और इस उपलब्धि को लेकर पूरा परिवार खुश था, लेकिन इस हादसे ने उनके पूरे परिवार को ही खत्म कर दिया।
अभी मौत का सामना कर रहीं पत्नी
अभी उनकी पत्नी लक्ष्मी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही हैं। उन्हें अभी यह भी नहीं पता कि हादसे ने उनकी दोनों बेटियों व पति को छीन लिया है। पोस्टमार्टम पर आए स्वजनों की आंखों से अभी आंसुओं की धारा नहीं रुक रही थी। बताया जा रहा है कि संदीप के चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में नौकरी लगने के बाद वह पूरे परिवार को अपने साथ ले गया थे। उनका छोटा भाई सतीश भी वहीं पर प्राइवेट नौकरी करता था।
अंदर से जल गई कार, बाहर कोई नुकसान नहीं
सतीश कुमार ने बताया कि कार में आग डिग्गी में शार्ट सर्किट होने के कारण लगी है। इसके बाद कार सेंटर लॉकिंग के कारण लॉक हो गई। इस कारण उन्हें कार से उतरने का मौका ही नहीं मिला। शाहाबाद थाना पुलिस के जांच अधिकारी एसआई जसवंत ने बताया कि एर्टिगा कार को बाहर से कोई नुकसान नहीं हुआ, अंदर से कार पूरी तरह से जल गई, जिससे कार में सवार लोग झुलस गए।