मेजबान केरल ने पेनल्टी शूटआउट में पश्चिम बंगाल को 5-4 से हराकर राष्ट्रीय फुटबॉल चैम्पियनशिप संतोष ट्रॉफी के 75वें संस्करण का खिताब जीत लिया है। मेजबान टीम के नाम अब सात संतोष ट्रॉफी खिताब हैं और 1993 के बाद यह पहली बार था जब उन्होंने घरेलू मैदान पर प्रतियोगिता जीती थी।
यह पश्चिम बंगाल का 46वां फाइनल था
यह कुल मिलाकर पश्चिम बंगाल का 46वां फाइनल था, लेकिन वे अपने रिकॉर्ड 32वें खिताब को नहीं जीत सके। केरल ने पश्चिम बंगाल पर अपना हालिया दबदबा जारी रखा। उन्होंने पहले दौर के साथ-साथ 2018 संतोष ट्रॉफी फाइनल में भी पश्चिम बंगाल को हराया था।
दिलीप उरांव ने दिला दी थी बंगाल को बढ़त
सोमवार रात खेले गए इस खिताबी मुकाबले के अतिरिक्त समय के पहले दौर में दिलीप उरांव के गोल की बदौलत पश्चिम बंगाल ने बढ़त बनाई। गोल करने के बाद बंगाल की टीम थोड़ा लापरवाह हो गई, जिसका खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ा और नूफल पी.एन के शानदार क्रॉस पर बिबिन अजयन ने गोल कर केरल को 1-1 की बराबरी दिला दी। तय समय तक यही स्कोर रहा और फिर इसके बाद पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया। केरल ने पेनल्टी शूटआउट 5-4 से जीतकर सातवीं बार संतोष ट्रॉफी पर कब्जा किया।