यूक्रेन पर हमले के खिलाफ अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की कार्रवाई पर पलटवार करते हुए रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन व कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) समेत 300 से अधिक कनाडाई नागरिकों के देश में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसमें विदेश मंत्री मेलैनी जोली (Melanie Jolie), रक्षा मंत्री अनिता आनंद (Anita Anand) और करीब करीब सभी सांसद हैं। दरअसल रूस ने यह फैसला यूक्रेन के प्रति कनाडा के समर्थन को देखते हुए लिया है।
अमेरिका और जापान ने और कड़े किए प्रतिबंध
इधर, अमेरिका ने रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारियों समेत 11 तथा जापान ने 17 और लोगों पर प्रतिबंध लगाया है। जापान प्रतिबंधित लोगों की संपत्ति भी फ्रीज करेगा। ब्रिटेन ने रूस को लग्जरी सामग्री के निर्यात पर रोक लगाते हुए वहां से होने वाले 1.2 अरब डालर के मेटल, वोदका (शराब) व उर्वरक आदि के आयात पर 35 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन, सीआइए के निदेशक विलियम बर्न्स, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी, राष्ट्रीय सुरक्षा सहायक जैक सुलिवन, चीफ आफ स्टाफ मार्क मिले आदि शीषर्ष अमेरिकी अधिकारी भी प्रतिबंध की सूची में शामिल हैं। जापान ने प्रतिबंधों की सूची में जिन नए लोगों को शामिल किया है, उनमें रूसी अरबपति विक्टर वेक्सेलबर्ग, संसद के निचले सदन के 11 सदस्य और बैंकर यूरी कोवालचुक के परिवार के पांच सदस्य शामिल हैं।
हमारा नया प्रतिबंध रूस को वैश्विक व्यापार से बाहर कर देगा : ब्रिटेन
रायटर के मुताबिक ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने एक बयान में कहा, ‘हमारा नया प्रतिबंध रूस को वैश्विक व्यापार से बाहर कर देगा।’ ब्रिटेन ने रूस से जिन सामग्री के आयात पर 35 प्रतिशत टेरिफ लगाने का फैसला किया है, उनमें लोहा, स्टील, उर्वरक, लक़़डी, टायर, रेलवे कंटेनर, सीमेंट, तांबा, एल्यूमिनियम, चांदी, लौह अयस्क, तिलहन व कागज आदि शामिल हैं। इधर, एएनआइ ने भारत स्थित ब्रिटिश दूतावास के ट्वीट के हवाले से कहा, ‘ब्रिटेन वीजा एंड इमिग्रेशन ([यूकेवीआइ) ने कहा है कि वह मानवीय संकट की वजह से यूक्रेन परिवार योजना को प्राथमिकता दे रहा है, इसलिए अध्ययन, कामकाज व परिवार वीजा की प्रक्रिया लंबी हो सकती है। यूकेवीआइ व्यक्तिगत मामलों की हालिया जानकारी नहीं दे पाएगा। जबतक आमंत्रित नहीं किया जाए, तबतक कृपया वीएसी में शामिल न हों।’
ईयू के तीन देशों के प्रमुख यूक्रेन दौरे पर
रूस- यूक्रेन के बीच चल रहे हैं भीषण युद्ध के बीच पोलैंड के प्रधानमंत्री मैटिअस्ज मोरावीकी, चेक के उनके समकक्ष पेट्र फियाला व स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री जानेज जानसा मंगलवार को ट्रेन से यूक्रेन रवाना हुए। तीनों देश न सिर्फ यूरोपीय संघ, बल्कि नाटो के भी सदस्य हैं। नेताओं ने दौरे को यूक्रेन के प्रति यूरोपीय संघ का समर्थन बताया है, जबकि ईयू ने इसे उनका स्वतंत्र निर्णय कहा है। तीनों नेता यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी मिलेंगे।