Dharm adhyatm : माना जाता है कि जो भक्त भैरव की प्रतिदिन आराधना करता है, उसके जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार, काल भैरव का वाहक कुत्ता है। अगर आप काल भैरव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आप कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं। ऐसा करने से काल भैरव प्रसन्न रहेंगे। साथ ही शनिदेव की भी कृपा प्राप्त होगी। अगर आप इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं तो कालाष्टमी के दिन भगवान शिव की पूजा करके भी काल भैरव का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि काल भैरव भगवान शिव के ही अंश हैं।
कालाष्टमी के दिन करें यह उपाय
इसके अलावे कालाष्टमी के दिन 21 बेलपत्र पर चंदन से ‘ऊँ नम: शिवाय’ लिखकर शिवलिंग पर आर्पित करें और भगवान शिव की पूजा करें। ऐसा करने से काल भैरव प्रसन्न रहेंगे और आपकी सभी मुरादे पूरी करेंगे। काल भैरव भगवान शिव के अवतार तो माने जाते ही हैं, इसके साथ ही उन्हें मां दुर्गा से भी वरदान प्राप्त है। जिसके अनुसार, भैरव की पूजा के बिना मां दुर्गा का पूजन भी अधूरा माना जाएगा। इसलिए भैरव अष्टमी के दिन भैरव चालीसा का पाठ करना बहुत अच्छा माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भैरव चालीसा पढ़ने से मन के सभी डर दूर हो जाते हैं। अगर आप कालाष्टमी से लेकर 40 दिनों तक काल भैरव के मंदिर में जाकर दर्शन करते हैं और इनकी पूजा करते हैं तो इच्छित फलों की प्राप्ति होती है।