Surprising situation. हैरत भरी स्थिति। राजनीति में नापसंद की कड़वाहट बोली में सामने आए या ना आए, तस्वीर तो बोल ही देती है। अभी कुछ दिन पहले ही बजट सत्र के अंत के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी का आमना-सामना हुआ था और उस तस्वीर पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आई थीं। आज 14 अप्रैल को पूरा देश भारतीय संविधान के शिल्पी बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाता है। इस अवसर पर संसद भवन परिसर में आयोजित एक समारोह में बाबासाहब भीमराव अंबेडकर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने श्रद्धांजलि दी। मौके पर पीएम मोदी ने बौद्ध भिक्षुओं को उपहार भी दिया। समारोह में सबकी निगाहें पीएम मोदी और सोनिया गांधी की मुलाकात पर टिकी रहीं।
तस्वीरें कहती है कि इतनी कड़वाहट क्यों
दरअसल इस समारोह की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं,जिसमें पीएम मोदी सोनिया गांधी के आगे से गुजर रहे हैं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि दोनों ने मास्क लगाया हुआ है। दरअसल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच पीएम मोदी और सोनिया गांधी की कोई भी मुलाकात सुर्खियों में होती है।
देश में समानता दिवस के रूप में मनती है अंबेडकर जयंती
गौरतलब है कि भारत में 14 अप्रैल को समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में भी जाना जाता है। अंबेडकर को भारतीय संविधान का पिता भी कहा जाता है। दरअसल उनकी अध्यक्षता में ही भारत का लिखित संविधान तैयार किया गया था। यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान माना जाता है। बता दें कि बाबासाहेब जाति व्यवस्था के खिलाफ थे और उन्होंने दलितों के उत्थान के लिए भी कई कदम उठाए थे। दलित उन्हें अपना मसीहा मानते हैं।